नवलगढ़, 28 मई 2025: 12 मई को घटित एक हत्या के मामले में पुलिस ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। जांच में सामने आया कि यह कोई सामान्य दुर्घटना नहीं बल्कि एक सोची-समझी साजिश थी, जिसे बीमा राशि प्राप्त करने के उद्देश्य से अंजाम दिया गया था। मामले में मुख्य आरोपी सहीराम सैनी ने अपनी पत्नी कृष्णा देवी की हत्या 52 लाख रुपये की बीमा राशि के लिए करवाई थी।

पुलिस के अनुसार, सहीराम ने 11 मई को अपनी पत्नी को नवलगढ़ बस स्टैंड पर छोड़ा और उसी दिन भगेरा निवासी सचिन कुमावत से एक कैफे में मुलाकात की। यहां उसने उसे हत्या की सुपारी देने के लिए 50 हजार रुपये नकद और एक ब्लैंक चेक सौंपा। सचिन ने इसके बाद अपने तीन साथियों मुकेश, प्रदीप सिंह और अमृत उर्फ रामसिंह बंजारा को इस साजिश में शामिल कर लिया।
12 से 13 मई की रात को सहीराम ने अपनी बाइक को जानबूझकर गिराया। जैसे ही कृष्णा देवी सड़क पर गिरी, तभी पीछे से आई एक कार में सवार बदमाशों ने उस पर पत्थरों से हमला कर उसकी हत्या कर दी। घटना के बाद सहीराम ने एंबुलेंस बुलाकर दुर्घटना का नाटक रचा और पत्नी की मौत को एक सड़क हादसे के रूप में दर्शाने की कोशिश की।
जांच में पता चला कि कृष्णा देवी के नाम पर एलआईसी, दोपहिया वाहन बीमा और एक स्वर्ण ऋण सहित कुल 52 लाख रुपये के बीमा दावे मौजूद थे। पुलिस ने सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और सोमवार को उन्हें नवलगढ़ के घूमचक्कर से कोर्ट तक पैदल जुलूस के रूप में ले जाया गया। इस दौरान स्थानीय नागरिकों की बड़ी संख्या में भीड़ एकत्रित हो गई।

थाना प्रभारी सुगनसिंह ने बताया कि मामले की जांच पूरी कर ली गई है और शीघ्र ही न्यायालय में चालान प्रस्तुत किया जाएगा। इस सुनियोजित साजिश और निर्मम हत्या को लेकर क्षेत्र में आक्रोश व्याप्त है। स्थानीय लोगों ने पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई की सराहना करते हुए आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की है।