तेलंगाना: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में पाकिस्तान के खिलाफ सख्त एक्शन की मांग तेजी से बढ़ने लगी है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पाकिस्तान को दो हिस्सों में बांटने और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) को भारत में मिलाने की अपील की है। रेवंत रेड्डी ने इस संदर्भ में 1971 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा उठाए गए निर्णायक कदम का उदाहरण दिया और कहा कि अब समय आ गया है जब भारत को कड़ा कदम उठाना चाहिए।

प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन
रेड्डी ने कहा कि जब हमारे देश के नागरिकों पर आतंकी हमला हुआ है, तो देश के 140 करोड़ लोगों ने इसे दिल से महसूस किया है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया देने का यह समय है, और तेलंगाना राज्य से चार करोड़ लोग तथा दुनिया के 100 देशों के प्रतिनिधि आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में भारत के साथ खड़े हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि तेलंगाना राज्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पूरी तरह समर्थन करेगा।
इंदिरा गांधी का जिक्र
सीएम रेवंत रेड्डी ने आगे कहा कि 1965 में जब पाकिस्तान ने भारत पर हमला किया था, तो इंदिरा गांधी ने दृढ़ता से प्रतिक्रिया दी थी। इसके बाद 1971 में पाकिस्तान के द्वारा फिर से हमले के दौरान इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान को दो हिस्सों में बांटकर बांग्लादेश की स्थापना की थी। रेवंत रेड्डी ने जोर देते हुए कहा कि पाकिस्तान के कृत्यों का अब जवाब देने का समय आ चुका है। अब बातचीत का समय समाप्त हो चुका है और निर्णायक कदम उठाने की आवश्यकता है।
ओवैसी का साथ
इस कड़ी में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुसलमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी अपना समर्थन जताया। ओवैसी ने ट्विटर (अब एक्स) पर लिखा, “हम सभी आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हैं। @revanth_anumula और हजारों भारतीय नागरिकों के साथ, मैंने कायरतापूर्ण पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ एक कैंडल मार्च में भाग लिया।” ओवैसी ने इस हमले को कायरतापूर्ण करार दिया और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का संदेश दिया।

प्रधानमंत्री मोदी की कड़ी प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को बिहार के मधुबनी में कहा कि भारत पहलगाम नरसंहार में शामिल हर आतंकवादी और उनके समर्थकों को “पहचानेगा, ट्रैक करेगा और दंडित करेगा”। उन्होंने कहा, “हत्यारों का हम पृथ्वी के अंत तक पीछा करेंगे और उन्हें कड़ी सजा दिलवाएंगे। आतंकवाद से भारत की भावना कभी नहीं टूटेगी।” प्रधानमंत्री मोदी की यह टिप्पणी आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ नीति को स्पष्ट करती है।
आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता
यह घटना भारत के लिए एक बार फिर साबित करती है कि आतंकवाद के खिलाफ भारत का रुख सख्त और निर्णायक है। पूरे देश में नागरिकों ने इस हमले की निंदा की और पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। इस कड़ी में विपक्षी नेताओं से लेकर आम नागरिकों तक, सभी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पाकिस्तान के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की अपील की है।