सेंट पीटर्सबर्ग: इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम (SPIEF) के दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन युद्ध को लेकर शुक्रवार को अहम वक्तव्य दिया। उन्होंने कहा कि रूस यूक्रेन से बिना शर्त आत्मसमर्पण की मांग नहीं कर रहा है, बल्कि कीव से ज़मीनी सच्चाई को स्वीकार करने की अपेक्षा कर रहा है। पुतिन ने कहा कि रूस और यूक्रेन के नागरिकों के बीच गहरा संबंध है और इस आधार पर पूरा यूक्रेन रूस का हिस्सा है।
पुतिन ने एक पुराने सैन्य सिद्धांत का हवाला देते हुए कहा कि जिस स्थान पर रूसी सैनिक का कदम पड़ता है, वह क्षेत्र रूस का हिस्सा माना जाता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यूक्रेन संकट का समाधान बातचीत और परस्पर समझ से संभव है। जब पूछा गया कि क्या रूस अमेरिका की तरह यूक्रेन से भी बिना शर्त आत्मसमर्पण चाहता है, तो उन्होंने इसे नकारते हुए कहा कि रूस ऐसी कोई मांग नहीं रखता।
इकोनॉमिक फोरम में पुतिन ने ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यूक्रेन और मध्य पूर्व के संकट एक-दूसरे से पूरी तरह अलग हैं, लेकिन फिर भी दोनों में शांतिपूर्ण समाधान की संभावना है। उन्होंने कहा कि किसी भी देश की सुरक्षा दूसरे देशों की कीमत पर नहीं होनी चाहिए। उन्होंने ईरान के परमाणु ऊर्जा के अधिकार का समर्थन किया और बताया कि इस मुद्दे पर उन्होंने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेज़ेशकियन और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बात की है।
पुतिन ने कहा कि उन्होंने सभी से रूस के दृष्टिकोण को साझा किया है और उम्मीद जताई कि उनके प्रस्तावों पर अमल किया जाएगा। उन्होंने ग्लोबल साउथ और मध्य पूर्व के देशों से समाधान में सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की।
उधर, यूक्रेन में युद्ध लगातार जारी है। यूक्रेनी अधिकारियों के अनुसार, शुक्रवार को रूस ने ओडेसा और खारकीव शहरों पर ड्रोन हमले किए जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने जानकारी दी कि इन हमलों में दो नाबालिग लड़कियों सहित कुल 24 लोग घायल हुए हैं।
इससे पहले गुरुवार को जेलेंस्की ने रूस पर नौ मंजिला अपार्टमेंट पर मिसाइल हमला करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि यह हमला दर्शाता है कि रूस युद्धविराम में रुचि नहीं रखता। कीव सैन्य प्रशासन के प्रमुख तैमूर तकाचेंको ने बताया कि यह हमला राजधानी पर इस वर्ष का सबसे भीषण हमला था, जिसमें कम से कम 28 लोगों की मौत और 142 लोगों के घायल होने की पुष्टि हुई है। जेलेंस्की ने सोशल मीडिया पर कहा कि यह हमला वैश्विक समुदाय के लिए चेतावनी है कि रूस केवल हिंसा का रास्ता चुनता है, न कि वार्ता का।