नई दिल्ली: नासा का पर्सवियरेंस रोवर वर्तमान में मंगल ग्रह के जेजेरो क्रेटर में परीक्षण कर रहा है, जो कभी एक विशाल झील थी, लेकिन अब पूरी तरह सूख चुकी है। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह क्षेत्र अरबों वर्ष पुराना है और इस पर अध्ययन करके मंगल के मौसम, वातावरण और संभावित जीवन के संकेतों का खुलासा किया जा सकता है।

विच हेज़ल हिल: चट्टानों का रहस्य
पिछले दिसंबर से रोवर विच हेज़ल हिल नाम की एक ऊंची ढलान पर काम कर रहा है, जो मंगल की प्राचीन जलवायु के रहस्यों से पर्दा उठा सकती है। हाल ही में रोवर ने:
- 5 चट्टानों के टुकड़े इकट्ठे किए,
- 7 चट्टानों का बारीकी से विश्लेषण किया,
- 83 चट्टानों पर लेज़र परीक्षण किए।
यह खोज वैज्ञानिकों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि पिछले चार वर्षों में यह सबसे तेज़ और सटीक अभियान रहा है।
‘सोने जैसी’ चट्टानें और ‘सिल्वर माउंटेन’ की खोज
नासा की जेट प्रोपल्शन लैबोरेटरी (JPL), कैलिफोर्निया की परियोजना वैज्ञानिक केटी मॉर्गन ने बताया कि जेजेरो क्रेटर का पश्चिमी हिस्सा “वैज्ञानिकों के लिए सोने के खजाने” की तरह है। यहां से जो चट्टानें मिली हैं, वे शायद मंगल की गहराई से निकली हैं, संभवतः पुराने उल्कापातों के दौरान।
इस क्षेत्र में मिली एक खास चट्टान को ‘सिल्वर माउंटेन’ नाम दिया गया है, जो लगभग 3.9 अरब वर्ष पुरानी मानी जा रही है। इसे अब तक की सबसे असामान्य चट्टानों में से एक माना जा रहा है।

सर्पेंटाइन खनिज और जीवन की संभावनाएं
रोवर को एक और चट्टान में सर्पेंटाइन नाम का खनिज मिला है, जो तब बनता है जब पानी और ज्वालामुखीय चट्टानें आपस में मिलती हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि इस प्रक्रिया में हाइड्रोजन गैस उत्पन्न होती है, जो पृथ्वी पर जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक होती है।
इस खोज से यह संकेत मिलते हैं कि कभी मंगल पर पानी और ऊर्जा के स्रोत मौजूद थे, जिससे जीवन के लिए अनुकूल परिस्थितियां रही होंगी।
आगे की योजनाएं और वैज्ञानिक उत्सुकता
केटी मॉर्गन ने कहा,
“पिछले चार महीने हमारी विज्ञान टीम के लिए बेहद व्यस्त रहे हैं। लेकिन हमें लगता है कि ‘विच हेज़ल हिल’ के पास अभी और भी गहरे राज छिपे हैं। हम हाल ही में एकत्र किए गए सभी आंकड़ों का उपयोग करके यह तय करेंगे कि अगला नमूना कहां से लिया जाए।”