चिड़ावा, 2 अप्रैल 2025: निकाय चुनाव से पहले नगरपालिकाओं के परिसीमन के मुद्दे पर धरना प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। चिड़ावा में आज ओजटू, अडूका, सेहीकलां, खेमू की ढाणी और डालमिया की ढाणी के ग्रामीणों ने बैठक कर नगरपालिका में शामिल किए जाने का विरोध किया। बापू बाजार में आयोजित बैठक में शामिल ग्रामीणों ने ग्राम पंचायतों का दर्जा बनाए रखने की मांग को लेकर रैली निकाली और तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।

विरोध प्रदर्शन में शामिल ओजटू सरपंच एडवोकेट विनोद डांगी ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायतों को नगरपालिका में शामिल किए जाने का प्रस्ताव अव्यवहारिक है, जिसे स्वीकार नहीं किया जा सकता। उधर ग्रामीणों का कहना है वे अपनी ग्राम पंचायत का दर्जा छीनने नहीं दे सकते और मांगों पर सहमति नही बनती है तो इसके लिए सड़क से संसद तक आन्दोलन किया जाएगा। बैठक को सम्बोधित करते हुए एडवोकेट विनोद डांगी ने कहा कि राज्य सरकार अफसरशाही के दम पर मनमर्जी से पंचायतों और वार्डों का सीमांकन करवा रही है। इसमें कई जगह वार्डों के आकार को अव्यावहारिक रूप से छोटा अथवा बड़ा कर दिया गया है और जनसंख्या भी कम-ज्यादा की गई है।
विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना था कि ग्रामीण क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति, रहन-सहन, खान-पान और समस्याएं पूर्णतः भिन्न होती है। ऐसे में बिना ग्रामीणों की सहमति के उन्हें शहरी निकायों में शामिल करना उचित नहीं है।

तहसीलदार कमलदीप पूनिया को सौंपे ज्ञापन
विरोध प्रदर्शन के बाद बापू बाजार से उपखण्ड अधिकारी कार्यालय तक रैली निकाली गई, जिसमें सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। बाद में सरपंच संघ चिड़ावा व अन्य ग्राम पंचायतों की ओर से तहसीलदार कमलदीप पूनिया को ज्ञापन दिये गये, जिनमें ग्राम पंचायतों का दर्जा पुनः बहाल करने की मांग राज्य सरकार से की गई है। इस अवसर पर एडवोकेट विनोद डांगी, जगदीश बड़सरा, उमराव सिंह, सत्यवीर लामोरिया, मनोज डांगी, सुमेर डांगी, संजय शास्त्री, सुरेश डांगी , शीशराम गोस्वामी, वीर प्रकाश झाझडिया, संजय सैनी, रामकुमार झाझड़िया, राजकुमार मेघवाल, गोपीराम शर्मा, बलवीर डांगी, विनोद पूनिया, मनोज , राजेश, चन्दगी, विष्णु, भगत सिंह, विक्रम शर्मा, अजय पाल सिंह शेखावत सहित जनप्रतिनिधि व ग्रामीण मौजूद रहे।