Saturday, June 21, 2025
Homeदेशराष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू: सहकारिता देश के आर्थिक विकास में एक अनमोल धरोहर

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू: सहकारिता देश के आर्थिक विकास में एक अनमोल धरोहर

कोल्हापुर, महाराष्ट्र: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार, 2 सितंबर को महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले के वारणानगर में श्री वारणा महिला सहकारी उद्योग समूह के स्वर्ण जयंती समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधन किया। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने सहकारिता के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि सहकारिता ने देश के आर्थिक विकास में अतुलनीय योगदान दिया है और इसका महत्व आज के युग में भी अत्यधिक प्रासंगिक है।

सहकारिता का सामाजिक और आर्थिक महत्व

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, “सहकारिता समाज में निहित शक्ति का सदुपयोग करने का सर्वोत्तम माध्यम है। इसके सिद्धांत संविधान में वर्णित न्याय, एकता और बंधुत्व की भावना के अनुरूप हैं।” उन्होंने सहकारिता को एक ऐसा मंच बताया जहाँ विभिन्न वर्गों और विचारधाराओं के लोग एक साथ आकर आर्थिक और सामाजिक विकास में योगदान देते हैं।

उन्होंने अमूल और लिज्जत पापड़ जैसे सफल ब्रांडों का उदाहरण दिया जो सहकारिता की शक्ति से ही संभव हो पाए। साथ ही, उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत के सबसे बड़े दूध उत्पादक देश बनने में सहकारी समूहों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

सहकारिता के नए आयाम और चुनौतियाँ

राष्ट्रपति मुर्मू ने सहकारी संस्थाओं की वर्तमान चुनौतियों पर भी ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा, “तेजी से बदलते इस दौर में सहकारी संस्थाओं को खुद को बदलने की जरूरत है। उन्हें जितना संभव हो सके तकनीक का इस्तेमाल करना चाहिए और प्रबंधन को और अधिक पेशेवर बनाना चाहिए।”

उन्होंने यह भी कहा कि सहकारी संस्थाओं को पूंजी, संसाधनों की कमी, गवर्नेंस और प्रबंधन में सुधार के साथ-साथ अधिक से अधिक युवाओं को जोड़ने की जरूरत है। युवाओं की भागीदारी से सहकारी संस्थाओं में तकनीक का समावेश किया जा सकता है, जिससे इन संस्थाओं की कार्यक्षमता में वृद्धि होगी।

भविष्य की दिशा और सुझाव

राष्ट्रपति ने सहकारी संस्थाओं को जैविक खेती, भंडारण क्षमता निर्माण, और ईको-टूरिज्म जैसे नए क्षेत्रों में विस्तार करने की सलाह दी। उन्होंने कहा, “किसी भी उद्यम की सफलता का असली राज उसका आम लोगों से जुड़ाव है। सहकारिता की सफलता के लिए लोकतांत्रिक व्यवस्था और पारदर्शिता बहुत जरूरी है।”

राष्ट्रपति मुर्मू ने उपस्थित महिलाओं से शिक्षा के महत्व को समझने, नई तकनीक सीखने, और दैनिक जीवन में पर्यावरण संरक्षण को अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हमारे व्यक्तिगत और सामूहिक प्रयास देश को विश्व मंच पर उच्च स्थान पर पहुंचाएंगे।

- Advertisement -
समाचार झुन्झुनू 24 के व्हाट्सअप चैनल से जुड़ने के लिए नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करें
- Advertisemen's -

Advertisement's

spot_img
Slide
Slide
previous arrow
next arrow
Shadow
RELATED ARTICLES
- Advertisment -

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

- Advertisment -

Recent Comments

error: Content is protected !!