पेरिस, फ्रांस: टेलीग्राम के सीईओ पावेल डुरोव को 24 अगस्त की शाम फ्रांस के ले बॉर्गेट एयरपोर्ट से फ्रांस की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। डुरोव, जिन्हें रूस का मार्क जुकरबर्ग कहा जाता है, पर टेलीग्राम प्लेटफार्म पर आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा देने सहित कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। लेकिन इस गिरफ्तारी के बाद एक नया मोड़ आ गया है, जिसने दुनिया भर की मीडिया का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है।
गिरफ्तारी से पहले गायब हुई ‘ब्यूटीगर्ल’
सबसे बड़ा सवाल उठ रहा है कि गिरफ्तारी से कुछ समय पहले तक पावेल डुरोव के साथ दिखने वाली महिला, जूली वाविलोवा, कहां गायब हो गई? 24 वर्षीय जूली, जो खुद को दुबई की एक क्रिप्टो कोच और स्ट्रीमर बताती हैं, अचानक गिरफ्तारी के बाद से लापता हो गई हैं। जूली का सोशल मीडिया पर भी बड़ा प्रभाव है, जहां उनके 20,000 से अधिक फॉलोअर हैं। उनकी प्रोफाइल से पता चलता है कि वह अंग्रेजी, रूसी, स्पेनिश और अरबी भाषाएं जानती हैं और एक प्रोफेशनल गेमर हैं।
जूली वाविलोवा और पावेल डुरोव का रहस्यमयी रिश्ता
डुरोव और वाविलोवा को कई मौकों पर साथ देखा गया है। जूली के इंस्टाग्राम पोस्ट से पता चलता है कि उन्होंने डुरोव के साथ कजाकिस्तान, किर्गिस्तान और अजरबैजान जैसे देशों की यात्रा की थी। उनकी इन यात्राओं की तस्वीरें सोशल मीडिया पर छाई हुई हैं, जिससे उनके करीबी रिश्ते की अटकलें तेज हो गई हैं। जूली के एक पोस्ट में यह भी सामने आया कि उन्होंने अजरबैजान की राजधानी में एक ही शूटिंग रेंज और होटल में समय बिताया था, जहां डुरोव भी मौजूद थे। हालांकि, उनके संबंधों की सटीक प्रकृति को लेकर अब भी अनिश्चितता है।
सोशल मीडिया पर उठे सवाल: हनी ट्रैप का शिकार हुए डुरोव?
सोशल मीडिया पर अब यह सवाल उठ रहे हैं कि कहीं जूली वाविलोवा टेलीग्राम के सीईओ की गिरफ्तारी में शामिल तो नहीं थीं? कुछ लोग उन्हें मोसाद की एजेंट तक कहने लगे हैं, जबकि अन्य का मानना है कि डुरोव ‘हनी ट्रैप’ का शिकार हुए हैं। गिरफ्तारी के बाद से वाविलोवा के परिवार के लोग भी चिंता में हैं। एएफपी से बातचीत में उनके परिवार ने बताया कि गिरफ्तारी के बाद से जूली से उनका कोई संपर्क नहीं हो पाया है, जिससे उनकी चिंता और बढ़ गई है।
गिरफ्तारी में जूली वाविलोवा का योगदान?
फ्रांसीसी गोपनीय डेटा शोधकर्ता बैपटिस्ट रॉबर्ट के अनुसार, जूली वाविलोवा की सोशल मीडिया एक्टिविटी को ट्रैक करना आसान था। उन्होंने न्यूयॉर्क पोस्ट को बताया कि वाविलोवा ने पावेल डुरोव के साथ अजरबैजान की यात्रा की तस्वीरें साझा की थीं, जिससे संभवतः उनकी गिरफ्तारी की जानकारी मिल सकती है। हालांकि, रॉबर्ट ने यह भी कहा कि यह कहना मुश्किल है कि वाविलोवा की पोस्ट सीधे गिरफ्तारी का कारण बनीं, लेकिन सोशल मीडिया पर उनकी गतिविधियों से डुरोव की गतिविधियों को ट्रैक करना आसान हो गया था।
निष्कर्ष
जूली वाविलोवा और पावेल डुरोव के रिश्ते को लेकर अभी भी कई सवाल बने हुए हैं। दोनों की मुलाकात कैसे हुई, वे एक-दूसरे से कब और कहां मिले, और क्या वाविलोवा डुरोव की गिरफ्तारी में वास्तव में शामिल थीं—ये सभी प्रश्न अभी तक अनुत्तरित हैं।