हिजाब विवाद: राजस्थान में भजनलाल सरकार ने हिजाब पर बैन लगाने की तैयारी कर ली है। गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने ऐसे संकेत दिए है। उन्होंने इसे ऊटपटांग बताया और कहा कि कल को कोई थानेदार तहमत (लूंगी) पहनकर जनता के बीच जाए और कहे कि इसमें क्या बुराई है, तो यह गलत है। इससे पहले मंत्री किरोड़ी लाल मीणा कहा था कि वह हिजाब पर बैन लगाने के लिए सीएम भजनलाल शर्मा से बात करेंगे। जयपुर में जब जवाहर सिंह बेढम को हिजाब को लेकर सवाल पूछा गया तो वे बोले, हम जब स्कूल में पढ़ते थे तो भी ड्रेस कोड होता था। सरकार के इस संबंध में समय-समय पर दिशा निर्देश भी दिए हैं। प्रदेश की स्कूलों में शिक्षा विभाग ने ड्रेस कोड निर्धारित किया हुआ है। इसी ड्रेस कोड में विद्यार्थियों को स्कूल आने की अनुमति होनी चाहिए। सरकार खुद जरूरतमंद बच्चों को ड्रेस बांटती है। किसी भी तरह की दूसरी ऊटपटांग ड्रेस में छात्र नहीं आए।
बोले- शिक्षा का मंदिर है स्कूल
मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा कि स्कूल शिक्षा का मंदिर है। शिक्षा के मंदिर में विद्यार्थी ड्रेस कोड में आएं तो वह अनुशासन सीखेंगे और गुरुजनों का आदर करेंगे। उन्होंने कहा कि ड्रेस कोड लागू होना चाहिए। कल को कोई थानेदार तहमत (लूंगी) बांधकर जनता के बीच में चला जाए तो कोई यह कहेगा कि इसमें क्या बुराई है? थानेदार काम तो कर ही रहा है, यह गलत है।
मंत्री किरोड़ी लाल ने दिए संकेत
बता दें इससे पहले हवामहल विधायक महंत बालमुकुंद आचार्य ने विधानसभा के बाहर मीडिया से बातचीत में कहा कि स्कूल में ड्रेस कोड होना चाहिए। दो ड्रेस कोड क्यों हैं? बुर्के और हिजाब में बच्चियां स्कूल में पढ़ने आ रही हैं। दूसरी बच्चियों को अलग बैठा रहे हैं। दो लाइन बनाई जा रही है. बीच में रास्ता छोड़ा जा रहा है। ऐसा क्यों? बच्चों में यह गलत भावना क्यों डाल रहे हैं? यह माहौल पिछली सरकार के समय से बना है। हम इस माहौल को खत्म करके दोनों पक्ष एक दूसरे के साथ रहें, यह चाहते है। इससे पहले मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कहा था कि हिजाब पर बैन लगना चाहिए।
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