नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच बीते सप्ताह भर चले सैन्य तनाव के बाद अब सीमावर्ती इलाकों में शांति देखी जा रही है। दोनों देश वार्ता की टेबल पर लौट चुके हैं, लेकिन इस अस्थायी शांति के पीछे भारत की कठोर और सुनियोजित सैन्य कार्रवाई, ‘ऑपरेशन सिंदूर’, की निर्णायक भूमिका रही है।
प्रधानमंत्री आवास पर हुई उच्चस्तरीय बैठक
सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर हुई उच्चस्तरीय बैठक ने पूरे घटनाक्रम को दिशा दी। इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, सीडीएस जनरल अनिल चौहान, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी, और विदेश सचिव विक्रम मिस्री शामिल रहे।

बैठक का उद्देश्य था – सीमावर्ती तनाव का जवाब देने के लिए रणनीतिक और नैतिक रूप से प्रभावी योजना बनाना।
ऑपरेशन सिंदूर: आतंकवाद के खिलाफ भारत का निर्णायक प्रहार
22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले में भारतीय जवानों के शहीद होने के बाद भारत ने तीव्र और संतुलित प्रतिक्रिया दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो उस समय सऊदी अरब की विदेश यात्रा पर थे, ने तुरंत दिल्ली लौटकर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की कमान संभाली।
7 मई को भारतीय सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में स्थित 9 आतंकी शिविरों को निशाना बनाया। यह कार्रवाई सटीक, सुनियोजित और कानूनी मर्यादाओं के भीतर रहकर की गई।
#WATCH | Delhi: Prime Minister Narendra Modi chairs a meeting at 7, LKM.
— ANI (@ANI) May 12, 2025
Defence Minister Rajnath Singh, EAM Dr S Jaishankar, NSA Ajit Doval, CDS, Chiefs of all three services present. pic.twitter.com/dwhLeRvYgz
एयरस्ट्राइक से पाकिस्तान की कमर टूटी
10 मई की रात भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के अहम एयरबेसों –
- रफीकी एयरबेस,
- रहीमयार खान एयरबेस,
- नूरखान एयरबेस,
- और मुरीद एयरबेस – को लक्ष्य बनाकर तीव्रतम हमले किए।
इसके अतिरिक्त, सियालकोट, रावलपिंडी, लाहौर, इस्लामाबाद और कराची जैसे प्रमुख शहरों में आतंकियों के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक कर भारत ने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया – आतंक को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
ऑपरेशन में मसूद अजहर का पूरा कुनबा ढेर
खुफिया रिपोर्टों के अनुसार, इस ऑपरेशन में
- मसूद अजहर के 14 रिश्तेदार,
- जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के कई टॉप कमांडर मारे गए।
मार गिराए गए आतंकियों में शामिल हैं:
- अबू जुंदाल (लश्कर)
- अबू अकाशा (लश्कर)
- हाफिज मुहम्मद जमील (जैश, मसूद अजहर का बहनोई)
- मोहम्मद यूसुफ अजहर (मसूद अजहर का साला)
- मोहम्मद हसन खान (जैश का ऑपरेशनल कमांडर)

पाकिस्तान की मिसाइल नाकाम, एयर डिफेंस फेल
भारत के जवाबी हमलों के बीच पाकिस्तान ने फतेह-2 मिसाइल से जवाबी हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय रडार और इलेक्ट्रॉनिक काउंटर सिस्टम की मदद से यह हमला विफल हो गया। पाकिस्तानी एयर डिफेंस सिस्टम पूरी तरह से निष्प्रभावी साबित हुआ।