जयपुर, राजस्थान: राजस्थान में एक बार फिर मानसून की सक्रियता बढ़ गई है, जिससे शुक्रवार को प्रदेश के 29 जिलों में भारी बारिश की गतिविधियां देखी गई। जयपुर मौसम केंद्र (IMD Jaipur) ने अगले चार दिनों के लिए एक नया पूर्वानुमान जारी किया है, जिसके अनुसार 21 और 22 जुलाई को राजस्थान में भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा, शनिवार को 31 जिलों में भारी बारिश होने की चेतावनी दी गई है।
पिछले 24 घंटों का मौसम हाल
पिछले 24 घंटों में मौसम का हाल बताते हुए, मौसम विभाग ने जानकारी दी कि बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र शुक्रवार को और मजबूत होकर डिप्रेशन में बदल गया है। यह वर्तमान में बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम और उड़ीसा, आंध्र प्रदेश के तट पर स्थित है। वहीं, मानसून ट्रफ लाइन (Monsoon Trough Line) शुक्रवार से अपनी सामान्य स्थिति के दक्षिण में स्थित है। इसके असर से पश्चिमी राजस्थान के कुछ स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई। राज्य के कुछ स्थानों पर मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। सबसे अधिक बारिश बाड़मेर के बालोतरा में 97.0 मिमी दर्ज की गई।
शनिवार के लिए मौसम अपडेट
जयपुर मौसम केंद्र (IMD Jaipur) के ताजा अपडेट के अनुसार, पूर्वी राजस्थान के अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, बारां, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, झालावाड़, करौली, कोटा, प्रतापगढ़, राजसमंद, सवाईमाधोपुर, सीकर, सिरोही, टोक, उदयपुर, बाड़मेर, बीकानेर, जैसलमेर, जोधपुर, नागौर और पाली जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
आगामी 4-5 दिनों का मौसम पूर्वानुमान
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसार, 20 जुलाई को प्रदेश के 31 जिलों में बारिश की संभावना है। इसके अनुसार, 21-22 जुलाई को पूर्वी राजस्थान के कोटा, उदयपुर, जयपुर, अजमेर, भरतपुर संभाग में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। 21 जुलाई को पूरे प्रदेश में भारी बारिश का दौर शुरू हो जाएगा। राजसमंद, अजमेर, अलवर, भरतपुर और भीलवाड़ा जिलों में बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। 28 जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने 23 जुलाई को बाड़मेर और जैसलमेर को छोड़कर पूरे प्रदेश में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
सलाह
भारी बारिश के चलते संबंधित जिलों के प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाने की सलाह दी है। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है। आपातकालीन सेवाओं को भी अलर्ट पर रखा गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित मदद पहुंचाई जा सके।