नई दिल्ली: स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रद्धेय आध्यात्मिक नेता को नमन करते हुए उन्हें युवाओं के लिए एक शाश्वत प्रेरणा बताया। उन्होंने स्वामी विवेकानंद के महान विचारों और उनके संदेशों को भारतीय युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बताया।
प्रधान मंत्री ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा किए गए एक संदेश में लिखा, “स्वामी विवेकानंद को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि। युवाओं के लिए एक शाश्वत प्रेरणा, वह युवा मन में जुनून और उद्देश्य को प्रज्वलित करते रहते हैं। हम एक मजबूत और विकसित भारत के उनके दृष्टिकोण को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

प्रधान मंत्री मोदी ने स्वामी विवेकानंद के राष्ट्र निर्माण में योगदान और युवाओं की भूमिका को भी रेखांकित किया। उन्होंने एक वीडियो साझा करते हुए स्वामी विवेकानंद के विचारों पर जोर दिया, जिसमें उन्होंने युवा पीढ़ी के चरित्र, प्रतिबद्धता और सामूहिक भावना के महत्व को समझाया।
संस्थान और नवाचार पर विवेकानंद के विचार
प्रधान मंत्री मोदी ने स्वामी विवेकानंद के ‘संस्थान और नवाचार’ पर आधारित संदेशों को भारत की प्रगति की आधारशिला बताते हुए कहा, “संस्थान तब बनता है जब हम अपने विचारों का विस्तार करते हैं और टीम भावना के साथ काम करते हैं। युवाओं को अपनी व्यक्तिगत सफलता को सामूहिक सफलता में बदलना चाहिए, और यह टीम भावना भारत को एक विकसित राष्ट्र के लक्ष्य की ओर ले जाएगी।”
उन्होंने स्वामी विवेकानंद के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए युवाओं को प्रेरित किया कि वे अपनी ऊर्जा और रचनात्मकता का उपयोग राष्ट्र निर्माण में करें।
राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाई जाती है जयंती
स्वामी विवेकानंद की जयंती हर वर्ष 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाई जाती है। विवेकानंद को उनके 1893 में शिकागो की विश्व धर्म संसद में दिए गए ऐतिहासिक भाषण के लिए विशेष रूप से जाना जाता है, जिसमें उन्होंने सार्वभौमिक भाईचारे और भारतीय संस्कृति की महानता का परिचय दिया।
उनकी शिक्षाएं आत्मनिर्भरता, अनुशासन और युवा शक्ति के माध्यम से समाज में परिवर्तन लाने पर केंद्रित थीं। स्वामी विवेकानंद का योगदान केवल एक विचारक और आध्यात्मिक नेता के रूप में ही नहीं, बल्कि सामाजिक सुधारक के रूप में भी था। उनके विचारों ने युवाओं को व्यक्तिगत विकास के साथ-साथ राष्ट्र की सेवा के लिए प्रेरित किया।
युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत
स्वामी विवेकानंद का जीवन और उनके उपदेश युवा पीढ़ी को यह संदेश देते हैं कि आत्मविश्वास, अनुशासन और दृढ़ संकल्प के साथ हर लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। उनकी शिक्षाओं में शिक्षा, एकता और भाईचारे का संदेश निहित है, जो आज भी प्रासंगिक हैं। राष्ट्रीय युवा दिवस का उद्देश्य भी युवाओं को उनके जीवन के उद्देश्यों को पहचानने और एक विकसित भारत के निर्माण में योगदान देने के लिए प्रेरित करना है।