प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के ‘पसंदीदा मंत्री’ की राज्य में दुष्कर्म की घटनाओं पर की गई ‘अपमानजनक’ टिप्पणियों के बावजूद चुनाव का टिकट देने पर तीखे हमले किए। पीएम मोदी ने सवाल उठाया कि कांग्रेस नेता ने जघन्य अपराध को सही ठहराने के लिए किस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया। पीएम मोदी राजस्थान के मंत्री शांति धारीवाल की उस टिप्पणी का जिक्र कर रहे थे जिसमें उन्होंने राज्य में दुष्कर्म की घटनाओं पर कहा था कि राजस्थान मर्दों का प्रदेश है, अब इसका क्या करें।
प्रधानमंत्री मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने भरतपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में राजस्थान ‘अपराध, दंगे में अग्रणी राज्य’ बन गया है। उन्होंने कहा- राजस्थान के लोग पथराव, कर्फ्यू और दंगों के कारण होली, राम नवमी, हनुमान जयंती या कोई अन्य त्योहार शांति से नहीं मना पाए। राजस्थान के लोग बदलाव चाहते हैं। राजस्थान में लोग कह रहे हैं ‘3 दिसंबर, कांग्रेस छूमंतर’…
पीएम मोदी ने मंत्री (शांति धारीवाल) को दंडित करने के बजाय आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिए जाने के लिए कांग्रेस की आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्री के पास जरूर ‘दूसरी लाल डायरी’ रही होगी जिसने दिल्ली में वरिष्ठ नेतृत्व को उन्हें टिकट देने के लिए मजबूर किया होगा। दिल्ली में बैठा हर व्यक्ति इस मंत्री से जुड़े विवाद से अवगत है। कांग्रेस में हर कोई इस मंत्री से डरता है, इसलिए उन्हें टिकट दिया। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि राज्य में सत्ता में आने के बाद भाजपा (कांग्रेस के) ‘रहस्यों’ को उजागर करेगी।
मालूम हो कि राजस्थान के मंत्री शांति धारीवाल (Shanti Dhariwal) ने 2022 में राज्य विधानसभा में दुष्कर्म के बढ़ते मामलों पर एक सवाल के जवाब में कहा था- दुष्कर्म के मामलों में राजस्थान नंबर एक पर है। इसमें कोई संदेह नहीं है। राजस्थान दुष्कर्म के मामलों में आगे क्यों है? राजस्थान पुरुषों का राज्य है। अब इसका क्या करें? इस बयान को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। भाजपा ने धारीवाल पर जमकर हमला बोला था। हालांकि बवाल बढ़ता देख बाद में धारीवाल ने अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगते हुए कहा था कि यह ‘ज़ुबान की फिसलन’ थी।
स्त्रोत – Live Hindustan न्यूज़