दुबई: मरीना स्थित एक 67 मंजिला ऊंची आवासीय इमारत में भीषण आग लगने से हड़कंप मच गया। घटना उस समय घटी जब अधिकांश निवासी अपने घरों में मौजूद थे और इमारत के फायर अलार्म काम नहीं कर रहे थे। इस कारण अधिकांश लोगों को आग की जानकारी तब मिली जब धुएं की मोटी परत उनके कमरों तक पहुंचने लगी या किसी परिचित ने उन्हें फोन कर आग की सूचना दी।
बिल्डिंग में रहने वाले निवासियों ने बताया कि आग तेजी से फैल रही थी और सीढ़ियां धुएं से भर चुकी थीं, जिससे उन्हें लिफ्ट का सहारा लेना पड़ा। स्थिति इतनी विकट हो गई कि कई परिवार अपने घरों से तुरंत बाहर निकलने में असमर्थ हो गए।
घटना के समय अफरा-तफरी का माहौल बन गया, लेकिन दुबई सिविल डिफेंस की टीमों ने तत्काल मोर्चा संभालते हुए राहत-बचाव अभियान शुरू किया। अधिकारियों के अनुसार, कुल 764 फ्लैटों से 3,820 निवासियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
बचाव कार्य के दौरान कुछ लोगों को सांस की दिक्कत और धुएं के कारण अस्वस्थता की शिकायत हुई, जिन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। हालांकि, इस हादसे में किसी की जान नहीं गई और किसी जन हानि की भी कोई सूचना नहीं है।
प्रशासन ने बताया कि अगर राहत कार्य में देरी होती, तो आसपास की अन्य ऊंची इमारतें भी इसकी चपेट में आ सकती थीं। हालांकि आग लगने के कारणों की जांच अभी जारी है, लेकिन यह साफ है कि अलार्म सिस्टम की विफलता ने खतरे को और बढ़ा दिया।
आग की भयावहता और हजारों लोगों के जीवन को संकट से निकालने की तत्परता ने एक बड़ी त्रासदी को टाल दिया, लेकिन यह घटना आधुनिक इमारतों की सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल भी खड़े कर गई है।