ताइपे, 20 मई, 2024: ताइवान के नए राष्ट्रपति लाई चिंग ते ने सोमवार(20 मई) को राष्ट्रपति पद की शपथ ली और पदभार संभाल लिया। उनकी ताजपोशी ऐसे समय में हुई है जब ताइवान को हड़पने के लिए चीन अब तक सबसे ज्यादा उत्सुक नजर आ रहा है।
ताइवान के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति लाई चिंग-ते ने सोमवार को अपने उद्घाटन समारोह में चीन को कड़ी चेतावनी दी कि वह देश के खिलाफ अपनी सैन्य धमकी बंद करे। उन्होंने कहा, “हम शांति चाहते हैं, लेकिन हमें आत्मरक्षा के लिए तैयार रहना होगा।”
चीन को कड़ी चेतावनी
लाई ने अपने भाषण में कहा, “चीन सरकार को ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए अपनी सैन्य धमकी को तुरंत और बिना शर्त वापस लेना चाहिए।” उन्होंने कहा कि ताइवान “एक स्वतंत्र और संप्रभु राष्ट्र” है और “चीन के एकीकरण” के लिए कभी भी झुकेगा नहीं।
अमेरिका से मजबूत संबंधों का वादा
लाई ने अमेरिका के साथ मजबूत संबंधों को बनाए रखने का भी वादा किया। उन्होंने कहा, “हम अमेरिका के साथ अपने साझा मूल्यों और हितों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” उन्होंने अमेरिका से उन्नत हथियारों और सैन्य प्रौद्योगिकी की खरीद जारी रखने का भी संकेत दिया।
त्साई इंग-वेन की विरासत को आगे बढ़ाना
लाई ने अपनी पूर्ववर्ती, त्साई इंग-वेन की विरासत को आगे बढ़ाने का भी वादा किया। त्साई ने अपने आठ साल के कार्यकाल में ताइवान की अर्थव्यवस्था को मजबूत किया और द्वीप की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए कड़ी मेहनत की।
आर्थिक विकास और सामाजिक न्याय पर ध्यान
लाई ने कहा कि वह आर्थिक विकास और सामाजिक न्याय पर भी ध्यान केंद्रित करेंगे। उन्होंने कहा कि वह सभी ताइवानियों के लिए “अधिक समृद्ध और न्यायसंगत समाज” बनाने के लिए काम करेंगे।
चुनौतियों का सामना
लाई को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा, जिनमें चीन के बढ़ते खतरे, धीमी अर्थव्यवस्था और एक विभाजित समाज शामिल हैं।