चिड़ावा: चिड़ावा-सिंघाना सड़क मार्ग पर लालचौक बस स्टैंड पर किसानों का धरना 202 वें दिन भी जारी है, जिसमें नहर की मांग की जा रही है। किसान सभा के तहसील अध्यक्ष राजेंद्र सिंह की अध्यक्षता में चल रहे इस धरने में किसानों की हालत गर्मी और तपन के कारण काफी खराब हो गई है। किसानों का मानना है कि नहर की मांग पूरी न होने से उनका जीवन दुर्लभ हो गया है और वे प्यासे मरने से बेहतर संघर्ष करना समझते हैं।
धरने में पहुंचे किसानों ने बताया कि पानी लाने के लिए उन्हें आठ किलोमीटर दूर जाना पड़ता है और टैंकरों पर निर्भर रहना पड़ता है, जिसका भुगतान करना मुश्किल हो गया है। सरकार की अनदेखी और क्षेत्र के विकास में उदासीनता के कारण किसानों का जीवन संकट में है।
किसान सभा के अन्य सदस्य जैसे जिला उपाध्यक्ष बजरंग बराला, कोषाध्यक्ष महेश चाहर, नहर आंदोलन प्रवक्ता विजेन्द्र शास्त्री, और महिला विंग कमांडर सुनिता भी धरने में शामिल हैं। सभी किसान सरकार से नहर की मांग कर रहे हैं ताकि उनका जीवन यापन हो सके और क्षेत्र का विकास हो।