किसानों का विरोध: किसान आंदोलन के बीच संयुक्त किसान मोर्चा ने मंगलवार (13 फरवरी, 2024) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्टी लिखी. इसमें मोर्चा ने कहा कि सरकार ने हमारी मांगे पूरी नहीं की. ऐसे में इसे जल्द से जल्द से पूरा किया जाए.
संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने कहा, ”हम आपको (पीएम मोदी) ग्रामीण भारत बंद को लेकर लेटर लिख रहे हैं और हमें उम्मीद है कि 21 सूत्रीय मांग पूरी करेंगे जो कि आपने 9 दिसंबर 2021 को वादा किया था.”
मोर्चा ने लेटर में आगे लिखा कि हमारी मांग एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी के अलावा, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने, किसानों व कृषि मजदूरों के लिए पेंशन, कृषि ऋण माफ करने, पुलिस में दर्ज मामलों को वापस लेने, लखीमपुरी खीरी हिंसा के पीड़ितों के लिए न्याय, भूमि अधिग्रहण कानून 2013 बहाल करने और पिछले आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों के लिए मुआवजे की है.
संयुक्त किसान मोर्चा ने क्या कहा?
1. संयुक्त किसान मोर्चा ने लेटर में कहा कि आपकी सरकार हमारे मुद्दों को लेकर कमेटी गठित करने और तय समय इसे सुलझाने में असफल रही है.
2. आपके केंद्रीय मंत्रियों हमारे साथ बात करने में झिझक रहे हैं, आंदोलन को बंटा हुआ दिखाने के लिए अन्य प्लेटफार्मों के साथ बात करने में अधिक रुचि दिखा रहे हैं.
3. मोर्चा ने कहा कि आपकी सरकार, बीजेपी की हरियाणा और यूपी सरकार ने किसानों के शांतिपूर्ण विरोध को दबाने के लिए दमनकारी उपायों का सहारा लिया है.