सूरजगढ़: ब्लॉक क्षेत्र के गांव काजड़ा में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के निर्देशों के तहत और नाबार्ड द्वारा वित्त पोषित वित्तीय समावेशन एवं सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से संबंधित संतृप्तीकरण शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर बैंक ऑफ बड़ौदा के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ, जिसमें ग्रामीणों को विभिन्न सरकारी बीमा योजनाओं और डिजिटल लेन-देन से जुड़ी जानकारी प्रदान की गई।
शिविर में ग्रामीण बैंक ऑफ बड़ौदा के शाखा प्रबंधक रणजीत सिंह, ब्लॉक प्रोजेक्ट मैनेजर दीपक कुमार गुप्ता और आरोह फाउंडेशन की वित्तीय सलाहकार मीनाक्षी ने उपस्थित ग्रामीणों को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, अटल पेंशन योजना तथा डिजिटल भुगतान प्रणाली के महत्व को सरल भाषा में समझाया। उन्होंने बताया कि इन योजनाओं से जुड़कर आमजन कैसे अपनी सामाजिक व आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं और बीमा नहीं कराने की स्थिति में किस प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
शाखा प्रबंधक रणजीत सिंह ने किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) की प्रक्रिया तथा इसके लाभों की जानकारी दी। साथ ही साइबर फ्रॉड से बचाव के लिए जागरूक करते हुए राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 के उपयोग के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि डिजिटल लेन-देन में सावधानी और जागरूकता जरूरी है ताकि किसी प्रकार की धोखाधड़ी से बचा जा सके।
राजीविका परियोजना की ओर से आरपीआरपी कृष्णा कुमारी ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को बीमा योजनाओं से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान मौके पर ही कई ग्रामीणों का प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा और जीवन ज्योति बीमा योजनाओं के अंतर्गत बीमा किया गया।
शिविर में एरिया कोऑर्डिनेटर सुजाता, कांजड़ा की सरपंच मंजू, एआरपी राजेश चौधरी, सीपीएल के मैनेजर कुलदीप कुमार, ग्रामीण जन और स्वयं सहायता समूह की अनेक महिलाएं भी उपस्थित रहीं। आयोजन के माध्यम से गांव के लोगों में वित्तीय सशक्तिकरण की दिशा में एक सकारात्मक संदेश गया और योजनाओं के प्रति जागरूकता बढ़ी।
यह शिविर न केवल सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के प्रति जागरूकता का माध्यम बना, बल्कि ग्रामीण क्षेत्र में वित्तीय समावेशन को भी मजबूती प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास सिद्ध हुआ।