इजरायल: इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के आवास पर ड्रोन हमले के बाद, उन्होंने ईरान और हिज़्बुल्ला के खिलाफ कड़ी चेतावनी जारी की है। इस हमले में नेतन्याहू और उनकी पत्नी को निशाना बनाने की कोशिश की गई थी। उन्होंने इसे एक बड़ी गलती बताते हुए कहा कि इसके परिणाम गंभीर होंगे और इजराइल इसका जवाब देगा।
सोशल मीडिया पर चेतावनी
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक संदेश में नेतन्याहू ने कहा, “ईरान के प्रॉक्सी हिज़्बुल्ला ने आज मेरी पत्नी और मुझे मारने की कोशिश करके एक बड़ी गलती की है। यह लड़ाई किसी भी कीमत पर नहीं रुकेगी, क्योंकि हम अपने भविष्य की सुरक्षा के लिए अपने दुश्मनों से संघर्ष कर रहे हैं।”
गाज़ा से बंधकों की वापसी की प्रतिबद्धता
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि इजराइल अपने नागरिकों और सैनिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा। उन्होंने कहा, “जो भी इजरायल के नागरिकों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा, उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। हम गाज़ा से अपने बंधकों को वापस लाएंगे और आतंकियों को खत्म करने का काम जारी रखेंगे।”
उन्होंने यह भी कहा कि इजराइल अपने उत्तर सीमा पर रहने वाले नागरिकों को सुरक्षित रूप से उनके घरों में वापस लाएगा और देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर कदम उठाया जाएगा।
प्रधानमंत्री आवास पर ड्रोन हमला
घटना एक दिन पहले हुई जब कैसेरिया में इजरायली प्रधानमंत्री के आवास पर ड्रोन हमला किया गया। इजरायली रक्षा बल (आईडीएफ) के मुताबिक, हिज़्बुल्ला ने तीन ड्रोन लॉन्च किए थे। इनमें से दो को इजरायली सेना ने मार गिराया, जबकि एक ड्रोन ने प्रधानमंत्री आवास के पास की एक इमारत को निशाना बनाया।
यह ड्रोन ‘जियाद 107’ मॉडल का था, जो अपनी उन्नत तकनीक और उड़ान क्षमता के कारण डिटेक्शन के लिए चुनौतीपूर्ण माना जाता है। रिपोर्ट्स के अनुसार, हमले से पहले इजराइल के सुरक्षा सिस्टम में कोई अलर्ट नहीं आया था और सायरन नहीं बजे थे। घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि एक सैन्य हेलिकॉप्टर ड्रोन का पीछा करता है और उसे हवा में मार गिराता है।
चेतावनी सिस्टम की विफलता
हमले के दौरान सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि इजरायल के उन्नत सुरक्षा कवच में कोई चेतावनी नहीं मिली। आमतौर पर, इजराइल का वार्निंग सिस्टम किसी भी हमले से पहले नागरिकों को सचेत करता है, लेकिन इस बार ड्रोन हमले का कोई पूर्वाभास नहीं हुआ। यह घटना इजरायली सुरक्षा प्रणाली में एक बड़ी चूक को दर्शाती है, जिसे अब सरकार गहराई से जांच कर रही है।
ईरान पर आरोप
इजरायली अधिकारियों ने इस हमले के लिए सीधे तौर पर ईरान को जिम्मेदार ठहराया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने आरोप लगाया कि यह हमला इजरायली प्रधानमंत्री की हत्या की एक संगठित साजिश थी, जिसे ईरान ने हिज़्बुल्ला के जरिए अंजाम देने की कोशिश की।
इजराइल का जवाब
इजरायल ने इस हमले के जवाब में अपनी रणनीति को और मजबूत करने का संकेत दिया है। नेतन्याहू ने स्पष्ट रूप से कहा कि इजराइल अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जाएगा और दुश्मनों से निपटने के लिए तैयार है। आने वाले दिनों में इजराइल और ईरान के बीच तनाव और बढ़ सकता है, खासकर जब इस हमले को इजराइल ने अपनी संप्रभुता पर सीधा हमला माना है।