उत्तर प्रदेश: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार द्वारा पाकिस्तानियों की वापसी को लेकर लिए जा रहे कड़े निर्णयों के बीच अब एक बार फिर पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर चर्चा में आ गई हैं। नेपाल के रास्ते अवैध रूप से भारत आई सीमा ने अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भावुक अपील की है। सोशल मीडिया मंच इंस्टाग्राम पर साझा किए गए एक वीडियो में सीमा ने कहा, “मैं पाकिस्तान की बेटी थी, लेकिन अब भारत की बहू हूं। कृपया मुझे वापस पाकिस्तान न भेजें।”

सोशल मीडिया पर भावुक अपील
शुक्रवार शाम को सीमा हैदर द्वारा साझा किए गए वीडियो में एक व्यक्ति उनसे पूछता है कि वह प्रधानमंत्री से क्या कहना चाहेंगी। इस पर सीमा कहती हैं,
“मैं यही गुहार लगाना चाहूंगी मोदी जी और योगी जी से कि मैं इनकी शरण में हूं, मैं इनकी अमानत हूं। बेटी पाकिस्तान की थी, लेकिन बहू भारत की हूं। मुझे यहां रहने दिया जाए।”
वीडियो में सीमा का दर्द साफ झलकता है, जो मौजूदा हालात में अपनी और अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित नजर आती हैं।
नेपाल के रास्ते भारत में प्रवेश
सीमा हैदर, जो कि पाकिस्तान के सिंध प्रांत के जैकोबाबाद की निवासी हैं, मई 2023 में अपने चार बच्चों के साथ नेपाल के रास्ते भारत आई थीं। बाद में उन्होंने उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले के रबूपुरा गांव में रहने वाले सचिन मीणा के साथ रहना शुरू कर दिया। सीमा का दावा है कि उन्होंने सचिन से शादी के बाद हिंदू धर्म अपना लिया है।
सीमा और सचिन की पहली मुलाकात 2019 में एक ऑनलाइन गेम के दौरान हुई थी। वहीं से दोनों के बीच संबंध मजबूत हुए और सीमा ने अपने पुराने जीवन को छोड़ भारत आने का निर्णय लिया।
2025 में दिया बेटी को जन्म
18 मार्च 2025 को सीमा ने भारत में एक बेटी को जन्म दिया। इस घटना ने उनके भारतीय जीवन में एक नया अध्याय जोड़ा है। सीमा के इस कदम को उसके भारत में बसने के मजबूत इरादे के रूप में देखा जा रहा है।

अब भी अदालत में चल रहा है मामला
सीमा का पहला विवाह पाकिस्तान में गुलाम हैदर से हुआ था, जिससे उनके चार बच्चे हैं। जब सीमा भारत आ गईं, तो गुलाम हैदर ने अपने बच्चों की वापसी के लिए एक भारतीय वकील की मदद ली थी।
जुलाई 2023 में भारतीय अधिकारियों ने सीमा और सचिन को रबूपुरा में एक साथ रहने के आरोप में गिरफ्तार किया था। सीमा पर भारत में अवैध प्रवेश और सचिन पर अवैध प्रवासी को शरण देने का मामला दर्ज किया गया था। दोनों को बाद में जमानत मिल गई, किंतु मामला अभी भी अदालत में विचाराधीन है।