चिड़ावा, 7 जून 2025: आमतौर पर यह धारणा बनी हुई है कि खेल और शिक्षा एक साथ संभालना कठिन होता है, लेकिन देवरोड़ स्टेडियम से प्रशिक्षण लेने वाले दो प्रतिभाशाली खिलाड़ियों ने इस सोच को पूरी तरह बदल कर रख दिया है। हाल ही में घोषित 10वीं बोर्ड परीक्षा के परिणामों में हेमिका और सक्षम ने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर यह सिद्ध कर दिया कि लगन, अनुशासन और समय प्रबंधन के जरिए दोनों क्षेत्रों में सफलता प्राप्त की जा सकती है।

हेमिका ने 98 प्रतिशत अंक हासिल करते हुए सभी को प्रभावित किया है। वे केवल पढ़ाई में ही नहीं, बल्कि खेल में भी उतनी ही कुशल हैं। उन्होंने इस वर्ष 400 मीटर बाधा दौड़ में राज्य स्तर पर देवरोड़ की ओर से भाग लिया और शानदार प्रदर्शन किया। दूसरी ओर, सक्षम ने भी अपनी कड़ी मेहनत और लगन का परिचय देते हुए 95.83 प्रतिशत अंक अर्जित किए। दोनों छात्र हिंद अकैडमी स्कूल से अध्ययनरत हैं और प्रतिदिन देवरोड़ स्टेडियम में अभ्यास करते रहे हैं।
इस सफलता के पीछे स्टेडियम प्रशिक्षक जयसिंह धनखड़ की प्रेरणा और सतत मार्गदर्शन की महत्वपूर्ण भूमिका रही। परीक्षा की तैयारी के दौरान भी दोनों छात्र खेल अभ्यास से जुड़ाव बनाए रखे, जिससे उनका संतुलन और अनुशासन बना रहा। हेमिका के पिता हीरा सिंह, जो स्वयं भी खेलों के प्रति गंभीर रहे हैं, प्रतिदिन प्रातः 5:30 बजे अपनी बेटी को चिड़ावा से देवरोड़ प्रशिक्षण के लिए लेकर जाते और वापस लाते थे। यह प्रयास उनकी बेटियों के सपनों को साकार करने की गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

देवरोड़ स्टेडियम के सभी प्रशिक्षकों, खिलाड़ियों और प्रबंधन ने हेमिका और सक्षम की इस सफलता पर हर्ष व्यक्त करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दीं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इन दोनों बच्चों ने यह सिद्ध किया कि जब जुनून और परिश्रम साथ होते हैं, तो किसी भी क्षेत्र में सफलता निश्चित होती है।