जम्मू-कश्मीर: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाक तनाव चरम पर, PM मोदी और NSA डोभाल की सुरक्षा बैठक, DRDO-नौसेना ने समुद्री माइन का सफल परीक्षण किया के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले ने देश की सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर ला दिया है। इस हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव गहराता जा रहा है। पाकिस्तान की ओर से लगातार युद्ध की धमकियों के बीच भारत सरकार ने कड़ा रुख अपनाया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ प्रधानमंत्री कार्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक की, जो करीब आधे घंटे तक चली। इससे पहले सोमवार शाम को भी इसी तरह की उच्चस्तरीय बैठक हुई थी, जिसमें केंद्रीय गृह सचिव भी शामिल थे। इन बैठकों में भारत की रक्षा तैयारियों की समीक्षा की गई।

देशभर में 259 जगहों पर इमरजेंसी मॉक ड्रिल, गृह मंत्रालय सतर्क
गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार 7 मई (बुधवार) को देशभर के 259 स्थानों पर आपातकालीन मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। इन ड्रिल्स का उद्देश्य आतंकी हमलों या युद्ध की स्थिति में तत्काल प्रतिक्रिया और बचाव कार्यों की तैयारियों को परखना है।
विशेष फोकस जम्मू-कश्मीर के 20 स्थानों और सीमा से लगे क्षेत्रों पर रहेगा। केंद्रीय गृह सचिव ने इस संबंध में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की है।
पाकिस्तान को जल आपूर्ति में कटौती, बढ़ा संकट
भारत ने सीमा पर सतर्कता बढ़ाने के साथ-साथ पाकिस्तान को दी जा रही जल आपूर्ति में कटौती शुरू कर दी है। इससे पाकिस्तान में जल संकट उत्पन्न हो गया है। यह कदम कूटनीतिक दबाव के तहत उठाया गया है ताकि पाकिस्तान को आतंकी गतिविधियों के समर्थन का करारा जवाब दिया जा सके।
DRDO और नौसेना का नया समुद्री हथियार, बंगाल की खाड़ी में सफल परीक्षण
भारतीय नौसेना और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने मंगलवार को बंगाल की खाड़ी में मल्टी इन्फ्लुएंस ग्राउंड माइन (MIGM) का सफल परीक्षण किया है। यह उन्नत समुद्री माइन अत्याधुनिक सेंसरों से लैस है, जो दुश्मन के युद्धपोतों और पनडुब्बियों के इलेक्ट्रोमैग्नेटिक, ध्वनिक और दबाव संकेतों की पहचान करता है।
जैसे ही माइन को पता चलता है कि कोई जहाज या पनडुब्बी खतरा बन सकती है, यह स्वत: सटीक समय पर विस्फोट करता है। यह परीक्षण पूरी तरह सफल रहा और माइन को अब भारतीय नौसेना में शामिल करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

सेना की तीनों शाखाओं की तैयारी तेज
सेना, नौसेना और वायुसेना — तीनों अंगों की तैयारियां पूरे जोर पर हैं। सीमा पर अतिरिक्त सैन्य बल तैनात किए गए हैं। भारतीय वायुसेना ने हवाई निगरानी और स्ट्राइक क्षमताओं को बढ़ाया है। जलसेना ने समुंदर में गश्त तेज कर दी है और थल सेना द्वारा सीमावर्ती इलाकों में ऑपरेशनल तैनातियां बढ़ाई जा रही हैं।