चिड़ावा, 22 दिसम्बर 2024: शहर के न्यायालय परिसर में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में आपसी सहमति से कई महत्वपूर्ण मामलों का निस्तारण किया गया। न्यायिक मजिस्ट्रेट एवं सिविल न्यायाधीश संध्या पूनिया की अध्यक्षता में आयोजित इस अदालत में कुल 149 मामलों का निपटारा हुआ।
अपर जिला एवं सेशन न्यायालय में क्लेम मामलों में 23,93,571 रुपये की राशि के अवार्ड पारित किए गए। नेशनल बैंक और बिजली बोर्ड द्वारा 256 प्रकरण निपटाए गए, जिनमें 40,19,000 रुपये की राशि के अवार्ड दिए गए। बैंक लोन मामलों में 6,36,000 रुपये की राशि के अवार्ड पारित किए गए। सिविल न्यायालय में कुल 62 मामलों का निस्तारण हुआ। चेक अनादरण मामलों में 69,24,834 रुपये की राशि का राजीनामा हुआ।
लोक अदालत में इन्होंने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
तालुका विधिक सेवा समिति के सचिव संदीप मीणा और सदस्य बंटी कुमारी के नेतृत्व में कई अधिवक्ताओं और अधिकारियों ने इस लोक अदालत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अधिवक्ता रोबिन शर्मा, अभिषेक महमिया, रामगोपाल दाधीच, मनोज मीणा, मनराज सिंह, संजय गोयल, अंजू चौधरी, अंकित शर्मा, अजय चाहर, बिजली विभाग के अधिकारी कृष्ण डिगरवाल (सहायक अभियंता), सुरेंद्र धनकड़ (अधिशासी अभियंता), माया लाल (सहायक अभियंता) और बैंक अधिकारी प्रशांत शर्मा (शाखा प्रबंधक, यूनियन बैंक) सहित अन्य अधिवक्तागण भीमसिंह सैनी, विजय डाबला, दर्शन लमोरिया ने भी इसमें योगदान दिया।
लोगों को मिली राहत
इस लोक अदालत के माध्यम से न केवल लंबित मामलों का समाधान हुआ, बल्कि पक्षकारों को आपसी सहमति से न्याय दिलाने का उदाहरण भी प्रस्तुत किया गया। लाखों रुपये के मामलों में त्वरित समाधान और अवार्ड पारित होने से संबंधित पक्षों को राहत मिली।
राष्ट्रीय लोक अदालत का महत्व
राष्ट्रीय लोक अदालत का यह आयोजन समाज में न्यायिक प्रक्रिया की सरलता और प्रभावशीलता को दर्शाता है। पक्षकारों और अधिकारियों की सक्रिय भागीदारी से यह आयोजन सफल रहा।