Sunday, June 22, 2025
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कल्याणों का बास के सरकारी स्कूल में ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन, अध्यापिका की कार्यशैली से नाराज हैं ग्रामवासी

सूरजगढ़, 09 जुलाई 2024: सरकारी स्कूल में कार्यरत अध्यापिका की कार्यशैली से नाराज ग्रामीणों ने आज विरोध प्रदर्शन करते हुए अध्यापिका को स्कूल से हटाने की मांग की है। मामला सूरजगढ़ ब्लॉक के गांव कल्याणों का बास के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय का है, जहां बड़ी संख्या में पहुंचे ग्रामीणों ने अध्यापिका सुनीता पूनिया को स्कूल से हटाने के लिए विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीण इस कदर नाराज थे कि सीबीईओ, एसीबीईओ व सरपंच को मौके पर आकर उनसे बात करनी पड़ी।

ग्रामीणों का आरोप है कि अध्यापिका सुनीता पूनिया का व्यवहार स्टाफ और विद्यार्थियों के साथ अत्यंत अशिष्ट है। ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय में कार्यरत होने के बावजूद अध्या पिका यहां अध्ययनरत विद्यार्थियों के अभिभावकों व अन्य ग्रामीणों को बच्चों को यहां की बजाय अन्यत्र किसी प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने के लिए कहती है। ग्रामीणों का कहना है कि बीते कुछ वर्षों में इस विद्यालय में नामांकन न के बराबर ही थे, लेकिन मौजूदा सत्र में यहां कार्यरत कुछ शिक्षकों के प्रयासों से नामांकन में वृद्धि हुई है। अध्यापिका सुनीता पूनिया को इसी बात पर आपत्ति है। यहां तक की अध्यापिका ने घर-घर जा कर ग्रामीणों पर दबाव बनाने का प्रयास भी किया, ताकि वे अपने बच्चों को इस विद्यालय में न पढ़ाएं।

अध्यापिका सुनीता पूनिया की विद्यालय विरोधी गतिविधियों के बारे में ग्रामीणों ने पहले भी प्रधानाध्यापक अतुल कुमार सैनी को अवगत करवाया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। आज ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा और वे नारेबाजी करते हुए स्कूल पहुंच गए।

विरोध बढ़ता देख कर सरपंच ईश्वर सिंह पूनिया ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को मामले की जानकारी दी। सूचना पर सीबीईओ महेश पंचार व एसीबीईओ सज्जन कुल्हार कल्याणों का बास पहुंचे और स्कूल में विरोध प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों से बात की।

ग्रामीणों ने बताया कि अध्यापिका जिस संस्था में कार्यरत है, उसको बन्द करवाने पर तुली है, जिसे अब बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि सुनीता पूनिया को स्कूल के अंदर एक कदम भी नही रखने देंगे और अगले दो-तीन दिन में उसे यहां से नहीं हटाया गया, तो सभी ग्रामवासी स्कूल पर ताला जड़ कर धरने पर बैठेंगे।

सरपंच ईश्वर पूनिया ने कहा कि अध्यापिका का व्यवहार शिक्षक पद की गरिमा के अनुरूप नहीं है। ग्रामीणों की नाराज़गी को देखते हुए उच्चाधिकारियों को अध्यापिका सुनीता पूनिया को इस स्कूल से हटाने व नियमानुसार सख्त कार्रवाई के लिए लिखा गया है। सम्बन्धित अधिकारियों ने भी ग्रामीणों को पूरा आश्वासन दिया है की मामले की जांच करवाई जाएगी और किसी भी तरह की लापरवाही मिलने पर नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जायेगी।

ये रहे मौजूद

विरोध प्रदर्शन में कुलदीप बरबड़, किशोरीलाल, पुनीत, प्यारेलाल, सुनील, मुकेश, प्रमोद, जितेंद्र, विजेन्द्र, महेन्द्र, विनोद, विकास, राकेश, सुमित, रामनिवास, मेदाराम, मुकेश सहित अन्य ग्रामीण भी मौजूद रहे।

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