चिड़ावा, 18 मार्च 2024: रामकृष्ण जयदयाल डालमिया सेवा संस्थान द्वारा जल एवं पर्यावरण संरक्षण से संबंधित प्रतिवर्ष जल दिवस के अवसर पर चिड़ावा विकासखंड अंतर्गत संपन्न कराई जाने वाली अमृत जलम कलश यात्रा का शुभारंभ आज ग्राम गोविन्दपुरा से “अमृत जलम” कलश यात्रा के साथ प्रारम्भ हो गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित कथावाचक प्रभुशरण तिवारी, संस्थान के परियोजना प्रबंधक भूपेन्द्र पालीवाल एंव डालमिया ट्रस्ट के प्रशासनिक अधिकारी कुलदीप कुल्हार, अमृत जलम कलश यात्रा के संयोजक संस्थान के जल संसाधन समन्वयक संजय शर्मा, कृषि समन्वयक शुबेन्द्र भट्ट उपस्थित थे।
कार्यक्रम का शुभारंभ
संस्थान के पदाधिकारी एवं मुख्य अतिथि तिवारी द्वारा कलश पूजन करके एवं आचार्य कुलदीप शास्त्री द्वारा मंत्रोंचारण के माध्यम से कलश में संस्थान द्वारा गांव में बनाए गए वर्षा जल संग्रहण कुंड से महिलाओं द्वारा लाए गये वर्षाजल को स्थापित करके किया गया।
मुख्य अतिथि का उद्बोधन
इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रभुशरण तिवाडी द्वारा शास्त्रों एवं वेदों के माध्यम से जल एवं पर्यावरण संरक्षण के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला गया।

संस्थान द्वारा किए गए कार्यों की जानकारी
भूपेन्द्र पालीवाल द्वारा घटते भूजल को रोकने, भविष्य में जल संकट को लेकर उत्पन्न होने वाले भयावय स्थिति एवं बचाव हेतु सावधानियों, कलश यात्रा के उद्देश्य के बारे में बताया गया।
यात्रा की रूपरेखा
संजय शर्मा ने संस्थान की गतिविधीयों के बारे में विस्तार पूवर्क बताने के साथ 5 दिवसीय कलश यात्रा की रूपरेखा ग्रामीणों से साझा करते हुए बताया कि अमृत जलम कलश यात्रा 18 मार्च से प्रारम्भ होकर 22 मार्च को संस्थान प्रांगण, चिड़ावा में इसका समापन होगा।

ग्रामीणों का उत्साह
गोविन्दपुरा गांव के बालाजी मँदिर प्राँगण से सभी ग्रामीण महिलाओं ने मंगल गीत गाते हुए पुरूषों एंव युवाओं के साथ अमृत जलम कलश यात्रा के रथ को गांव की सीमा तक पहुंचाया।
यात्रा का मार्ग
गोविंदपुरा से यह रथ गांव जाखोड़ा एवं भैरूगढ़ पंहुचा वहां पर ग्रामीणों द्वारा अमृत जलम कलश का स्वागत किया साथ ही सभी को जल रथ के माध्यम से पानी एंव पयार्वरण की जानकारी दी गयी। इसके बाद गांव के शुद्ध जल में से कुछ जल अमृत कलश में डालकर उसकी पूजा कर मनफरा गांव के लिए रवाना किया। मनफरा से कलश में शुद्ध जल लेकर रथ गांव बजावा व सैनीपुरा पहुचा वहाँ से मँडेला, दिलावरपुरा, घूमनसर, मालीगाँव, नारनौद होते हुए अलीपुर पहुँचा जहाँ ग्रामीणों एवं महिलाओं द्वारा मंगल गीत गाते हुए इस रथ का स्वागत किया गया साथ ही संस्थान द्वारा एक मीटिंग के माध्यम से सभी को जल संरक्षण हेतु जागरूक होने का संदेश दिया।

आभार
अमृत जलम कलश यात्रा द्वारा जल संरक्षण हेतु जागरूकता कायर्क्रम के लिए गोविन्दपुरा व अन्य गांवों के ग्रामीणों ने अतिथियों एंव संस्थाकमिर्यों का आभार व्यक्त करते हुए माल्यार्पण कर स्वागत किया