खेतड़ीनगर: खेतड़ी तांबा श्रमिक संघ कार्यालय में आगामी 9 जुलाई को प्रस्तावित एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल को लेकर बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता निरंजलाल चौधरी ने की, जबकि महासचिव बिड्दूराम सैनी ने हड़ताल के उद्देश्य और आवश्यकताओं पर विस्तार से जानकारी दी।
बिड्दूराम सैनी ने बताया कि देश की दस केन्द्रीय श्रमिक संगठनों द्वारा 17 सूत्री मांगों और सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया गया है। इसी क्रम में खेतड़ी तांबा श्रमिक संघ ने भी हड़ताल का नोटिस जारी किया है, जिसमें 17 राष्ट्रीय, 5 स्थायी कामगारों, 14 ठेका श्रमिकों और 5 जिले से जुड़ी मांगें शामिल हैं।
राष्ट्रीय स्तर पर जिन मुद्दों को लेकर विरोध किया जा रहा है, उनमें चारों श्रम संहिताओं को रद्द करना, श्रमिक हितों में कानून संशोधन, न्यूनतम वेतन 26 हजार रुपये डीए सहित निर्धारित करना, नौ हजार रुपये के साथ डीएईपीएस पेंशन लागू करना, समान कार्य के लिए समान वेतन देना, सीमित अवधि रोजगार की व्यवस्था समाप्त करना, निजीकरण और विनिवेश की प्रक्रिया रोकना, एनएमएस को खत्म करना, रोजगार के नए अवसर सृजित करना, सार्वजनिक क्षेत्र के सभी रिक्त पदों को भरना, 30 करोड़ असंगठित श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना, तथा सभी को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना शामिल हैं। इसके अलावा जलवायु परिवर्तन से होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए अलग फंड स्थापित करने की मांग भी प्रमुख है।
स्थायी कामगारों की मांगों पर सैनी ने कहा कि हिन्दुस्तान कॉपर लिमिटेड में प्रदर्शन आधारित प्रोत्साहन योजना शीघ्र लागू की जाए, एक जनवरी 2017 से 20 लाख रुपये की ग्रेच्युटी लागू हो, 50 प्रतिशत डीए बढ़ने पर ग्रेच्युटी सीमा 25 लाख की जाए, एचसीएल की अंशदायी पेंशन योजना 2007 से प्रभावी हो, पानी संरक्षण के उपाय किए जाएं और केसीसी अस्पताल की सुविधाओं में विस्तार हो।
ठेका श्रमिकों को कंपनी के समान वेतनमान, छुट्टियां, स्वास्थ्य सुविधाएं और सेवा शर्तों में सुधार की मांग की गई। साथ ही यह भी कहा गया कि पूर्व में मिलने वाले लाभ दोबारा लागू किए जाएं।
जिले और उद्योग से जुड़ी मांगों में खदानों के विस्तार को नेशनल मिनरल एक्सप्लोरेशन फंड से करवाना, पीएलआई स्कीम के तहत सेमीकंडक्टर यूनिट की स्थापना और खेतड़ी कॉपर सहित पूरे जिले के उद्योगों के लिए नहरी जल उपलब्ध कराने की बात कही गई।
बैठक को बाबूलाल सैनी, विनय त्यागी, ओमप्रकाश लाम्बा, उम्मेद सिंह मीणा, हरि सिंह, महेन्द्र सिंह, राजपाल सैनी, नेकीराम, उपाध्यक्ष जगदीश प्रसाद मीणा, भजनलाल सैनी और खुशीराम यादव ने भी संबोधित किया। निरंजलाल चौधरी ने सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि ये नीतियां मजदूर, किसान और आमजन विरोधी हैं। उन्होंने सभी कामगारों से 9 जुलाई की हड़ताल को पूर्ण रूप से सफल बनाने की अपील की।