चिड़ावा, 27 मई 2025: शहर में लंबे समय से चली आ रही पेयजल समस्या को लेकर मंगलवार को वार्ड 11 और 13 के नागरिकों का आक्रोश फूट पड़ा। पानी की किल्लत से परेशान लोगों ने एकजुट होकर जलदाय विभाग कार्यालय का घेराव किया। इस दौरान विभागीय कर्मचारियों से तीखी नोकझोंक हो गई, जिसके चलते स्थिति तनावपूर्ण बन गई। बाद में मौके पर पहुंची पुलिस और जलदाय विभाग के जूनियर इंजीनियर (जेईएन) अनिल फोगाट ने बीच-बचाव कर लोगों को समझाइश दी।

पेयजल संकट ने बढ़ाई आमजन की परेशानी
वार्ड 11 और 13 के दर्जनों नागरिक मंगलवार को जलदाय विभाग कार्यालय पहुंचे। उन्होंने विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों से पानी की अनियमित आपूर्ति को लेकर नाराजगी जताई। लोगों ने आरोप लगाया कि क्षेत्र में स्थापित ट्यूबवेल पर कुछ लोगों ने निजी कब्जा कर रखा है। कभी ट्यूबवेल पर ताले लगा दिए जाते हैं, तो कभी सप्लाई के समय पानी बंद कर दिया जाता है। इस कारण आम नागरिकों को दो माह से भी अधिक समय से पर्याप्त जलापूर्ति नहीं मिल पा रही है।
कर्मचारियों से हुई नोकझोंक, माहौल बना तनावपूर्ण
प्रदर्शन के दौरान लोगों की जलदाय विभाग के कर्मचारी महेंद्र और सहीराम से बहस हो गई। कुछ प्रदर्शनकारियों ने कर्मचारियों पर लापरवाही और पक्षपात के आरोप लगाए। मामला बढ़ता देख जलदाय विभाग में हलचल मच गई और स्थिति तनावपूर्ण हो गई।

पुलिस और जेईएन ने की समझाइश, जल्द समाधान का आश्वासन
घटना की जानकारी मिलते ही चिड़ावा पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। साथ ही जलदाय विभाग के जेईएन अनिल फोगाट ने भी विभाग पहुंचकर लोगों से बात की। उन्होंने आश्वस्त किया कि संबंधित ट्यूबवेल और पाइपलाइन की स्थिति का जल्द ही मौका मुआयना किया जाएगा। जेईएन फोगाट ने कहा, “पेयजल आपूर्ति एक मूलभूत सेवा है, किसी भी नागरिक को पानी के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। समस्या का समाधान प्राथमिकता से किया जाएगा।”