लंदन दौरे पर जयशंकर का बयान – ट्रंप की नीतियां भारत के अनुकूल
लंदन: भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों की सराहना करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में लिए गए हालिया फैसले भारत के लिए फायदेमंद साबित हो रहे हैं। लंदन दौरे के दौरान एक संवाददाता सम्मेलन में जयशंकर ने स्पष्ट किया कि ट्रंप की विदेश नीति भारत के हितों के अनुरूप है और इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है।

अमेरिका की नई विदेश नीति पर जयशंकर का नजरिया
लंदन में जब विदेश मंत्री से अमेरिका की नई विदेश नीति के पहले 41 दिनों के बारे में पूछा गया कि क्या यह भारत के लिए लाभकारी है और वैश्विक परिदृश्य पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा, तो उन्होंने जवाब दिया,
“यदि मैं ईमानदारी से कहूं, तो इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है। हाल के कुछ हफ्तों में अमेरिका की ओर से लिए गए निर्णयों पर मैंने गौर किया है और यह स्पष्ट है कि ये नीतियां भारत के हित में काम कर रही हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि भारत और अमेरिका के संबंध ऐतिहासिक रूप से मजबूत रहे हैं और हाल के दिनों में इन रिश्तों पर किसी प्रकार का नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत और अमेरिका के बीच सामरिक सहयोग लगातार बढ़ रहा है, विशेष रूप से ‘क्वाड’ (QUAD) संगठन के तहत, जहां सभी सदस्य देश अपनी उचित भूमिका निभा रहे हैं।
#WATCH | London | On being asked what do you make of the first 41 days of the U.S.'s new foreign policy? Is it good for India? Is it good for the world? EAM Dr S Jaishankar says, "…I must say, in all honesty, it is not surprising. If you actually tracked it and assumed that… pic.twitter.com/IqP9oYDaXZ
— ANI (@ANI) March 5, 2025
क्वाड सहयोग को बताया प्रभावी मॉडल
जयशंकर ने भारत-अमेरिका के बीच सामरिक संबंधों का जिक्र करते हुए कहा,
“हमारे पास एक साझा वैश्विक पहल ‘क्वाड’ है, जहां सभी देश अपनी जिम्मेदारियां निभा रहे हैं और इसमें कोई मुफ्त की शर्तें नहीं हैं। यह एक प्रभावी मॉडल है, जो सफलतापूर्वक कार्य कर रहा है।”
विदेश मंत्री ने स्पष्ट किया कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार, रक्षा और रणनीतिक सहयोग पहले से अधिक मजबूत हुआ है और यह भविष्य में और आगे बढ़ेगा।
डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा फैसला – भारत पर 100% टैरिफ लगाने की घोषणा
विदेश मंत्री के इस बयान से पहले, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत सहित कई देशों पर टैरिफ बढ़ाने की घोषणा की थी। ट्रंप ने अमेरिकी संसद के ज्वाइंट सेशन को संबोधित करते हुए कहा था कि 2 अप्रैल से अमेरिका, उन देशों पर समान टैरिफ लगाएगा, जो अमेरिका पर अधिक शुल्क लगाते हैं।
उन्होंने कहा,
“भारत 100 प्रतिशत से अधिक टैरिफ वसूलता है, इसलिए हम भी 2 अप्रैल से भारत पर समान टैरिफ लगाएंगे। भारत, ऑटो उत्पादों पर 100% से अधिक शुल्क लगाता है और अब अमेरिका भी उतना ही टैरिफ वसूलेगा।”

चीन सहित कई देशों पर भी पड़ेगा असर
ट्रंप ने अपने भाषण में चीन का भी जिक्र किया और कहा कि चीन अमेरिका की तुलना में दोगुना टैरिफ लगाता है, इसलिए 2 अप्रैल से अमेरिका भी चीन पर जवाबी शुल्क लगाएगा। ट्रंप ने कहा,
“मैं चाहता था कि यह फैसला 1 अप्रैल से लागू हो, लेकिन 1 अप्रैल ‘अप्रैल फूल’ डे होने के कारण इसे एक दिन बाद लागू करने का निर्णय लिया।”
ग्लोबल टैरिफ वॉर की स्थिति
ट्रंप के इस फैसले से वैश्विक व्यापार में उथल-पुथल मच गई है। अमेरिका ने भारत, चीन, ब्राजील, कनाडा और मैक्सिको सहित कई देशों पर जवाबी टैरिफ लगाने की घोषणा की है। इससे अंतरराष्ट्रीय व्यापार जगत में चिंता बढ़ गई है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस निर्णय से अमेरिका और इन देशों के बीच व्यापार संतुलन प्रभावित होगा और टैरिफ वॉर की स्थिति बन सकती है। इससे पहले भी ट्रंप ने कनाडा और मैक्सिको से आयात होने वाले उत्पादों पर 25% और चीन से आने वाले उत्पादों पर 10% टैरिफ लगाने के आदेश पर हस्ताक्षर किए थे।