नई दिल्ली: संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में लोकसभा ने इमीग्रेशन एंड फॉरेन बिल 2025 (अप्रवासन और विदेशी विधेयक) को पारित कर दिया। यह विधेयक देश में अवैध घुसपैठ और अप्रवास को नियंत्रित करने के उद्देश्य से लाया गया है।
भारत के विकास में योगदान देने वालों का स्वागत: अमित शाह
लोकसभा में इस विधेयक पर चर्चा करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जो प्रवासी भारत के विकास में योगदान देने के लिए आते हैं, उनका स्वागत है। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लक्ष्य है कि 2047 तक भारत एक विकसित राष्ट्र बने। इसी दिशा में काम करते हुए सरकार ने कई पुराने कानूनों को समाप्त करने का निर्णय लिया है।”

गृह मंत्री ने कहा कि शिक्षा, व्यापार और अनुसंधान के लिए भारत आने वाले लोगों का स्वागत किया जाएगा, लेकिन देश की सुरक्षा को खतरे में डालने वालों पर कड़ी नजर रखी जाएगी।
राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम
अमित शाह ने स्पष्ट किया कि इमिग्रेशन कोई अलग मुद्दा नहीं है, बल्कि यह देश की सुरक्षा और अर्थव्यवस्था से जुड़ा हुआ विषय है। उन्होंने कहा, “यह जानना आवश्यक है कि हमारी सीमाओं में कौन प्रवेश कर रहा है। इसके अलावा, भारत की सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने वाले तत्वों पर भी सख्त निगरानी रखी जाएगी।”
#WATCH | Delhi | Replying in the Lok Sabha on the Immigration and Foreigners Bill, 2025, Union Home Minister Amit Shah says, "Immigration is not a separate issue. Many issues of the country are linked to it… From the point of view of national security, it is very important to… pic.twitter.com/hXpjWtMOgz
— ANI (@ANI) March 27, 2025
पुराने कानूनों की समाप्ति
इमिग्रेशन एंड फॉरेन बिल 2025 के पारित होने के बाद सरकार चार पुराने कानूनों को समाप्त करेगी, जिनमें शामिल हैं:
- फॉरेनर्स एक्ट, 1946
- पासपोर्ट एक्ट, 1920
- रजिस्ट्रेशन ऑफ फॉरेनर्स एक्ट, 1939
- इमिग्रेशन एक्ट, 2000
अर्थव्यवस्था में भारत की भूमिका
गृह मंत्री ने कहा, “पिछले 10 वर्षों में भारत की अर्थव्यवस्था 11वें स्थान से 5वें स्थान पर पहुंच गई है। भारत अब वैश्विक स्तर पर मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभर रहा है। ऐसे में दुनियाभर से लोगों का भारत आना स्वाभाविक है।”

अवैध अप्रवासियों पर सख्त रुख
अमित शाह ने यह भी कहा कि भारत में यदि कोई व्यक्ति अवैध रूप से घुसपैठ करता है या देश की सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने का प्रयास करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, “भारत में जो लोग सकारात्मक उद्देश्य से आते हैं, वे हमेशा स्वागत योग्य हैं। लेकिन अगर कोई देश की सुरक्षा को खतरे में डालता है, तो उसके साथ दोस्ताना व्यवहार नहीं किया जा सकता।”