राशन कार्ड धारकों के लिए खुशखबरी: उत्तर प्रदेश सरकार ने राशन वितरण व्यवस्था में महत्वपूर्ण बदलाव करते हुए एक नई पहल की शुरुआत की है। अब राज्य के बुजुर्ग और मेहनतकश मजदूरों को राशन लेने के लिए पीओएस मशीन पर अंगूठा लगाने की अनिवार्यता से छुटकारा मिल जाएगा। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार ने नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट के तहत राशन वितरण को अधिक सरल और सुलभ बनाने के लिए ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) प्रणाली को लागू किया है।
उत्तर प्रदेश में शुरू हुई नई व्यवस्था
उत्तर प्रदेश में लाखों लोग राशन कार्ड के जरिए सरकार की खाद्य योजनाओं का लाभ उठाते हैं। अभी तक उन्हें सरकारी राशन दुकान से राशन प्राप्त करने के लिए पीओएस मशीन पर अंगूठा लगाना पड़ता था। परंतु अब, योगी सरकार ने इस प्रक्रिया को कुछ वर्गों के लिए आसान बना दिया है। कानपुर जिले में इस नई व्यवस्था की शुरुआत हो चुकी है, और जल्द ही इसे प्रदेश के अन्य जिलों में भी लागू किया जाएगा।
किन लोगों को मिलेगा इसका लाभ?
योगी सरकार की इस पहल का उद्देश्य उन लोगों की सहायता करना है जिनके अंगूठे के निशान खराब हो चुके हैं, जिससे उन्हें पीओएस मशीन पर अंगूठा लगाने में कठिनाई होती थी। इस नई व्यवस्था का लाभ मुख्यतः निम्नलिखित लोगों को मिलेगा:
- बुजुर्ग व्यक्ति, जिनके अंगूठे के निशान समय के साथ धुंधले हो गए हैं।
- मजदूर वर्ग के लोग, जिनके अंगूठों पर काम के कारण निशान मिट गए हैं।
ऐसे लोगों को अब पीओएस मशीन पर अंगूठा लगाने की बजाय ओटीपी के जरिए ही राशन मिल जाएगा।
ओटीपी से राशन लेने की प्रक्रिया
- राशन कार्ड धारक, जिनके अंगूठे के निशान मिट चुके हैं, उन्हें सबसे पहले अपने फोन नंबर को जिला पूर्ति कार्यालय में पंजीकृत कराना होगा। इसके लिए एक आवेदन देना होगा।
- पंजीकरण के बाद, जब वे राशन लेने कोटेदार के पास जाएंगे, तो उन्हें पीओएस मशीन पर अंगूठा लगाने की आवश्यकता नहीं होगी।
- राशन कार्ड धारक को अपना मोबाइल नंबर बताना होगा। इसके बाद उस नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा।
- ओटीपी को दर्ज करने के बाद राशन प्रदान कर दिया जाएगा।