यूक्रेन-रूस युद्ध: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर अपने विवादास्पद बयानों से अंतरराष्ट्रीय मंच पर हलचल मचा दी है। गुरुवार को व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मेर्ज से पहली बार मुलाकात के दौरान ट्रंप ने कहा कि “बेहतर यही होगा कि शांति की ओर कदम बढ़ाने से पहले रूस और यूक्रेन को कुछ समय तक लड़ने दिया जाए“। उन्होंने इस युद्ध की तुलना “दो छोटे बच्चों की लड़ाई से” की, जो एक-दूसरे से नफरत करते हैं।

ट्रंप ने दी रूस-यूक्रेन दोनों पर प्रतिबंधों की चेतावनी
बैठक में ट्रंप ने यह भी कहा कि यदि दोनों पक्ष संयम नहीं बरतते हैं तो अमेरिका रूस और यूक्रेन दोनों पर कड़े प्रतिबंध लगा सकता है। यह बयान ऐसे समय में आया है जब यूरोप सहित पूरा विश्व इस युद्ध को समाप्त कराने की उम्मीद लगाए बैठा है।
जर्मनी यूक्रेन के साथ खड़ा: चांसलर फ्रेडरिक मेर्ज
बैठक में जर्मन चांसलर मेर्ज ने कहा, “ट्रंप और मैं दोनों इस बात से सहमत हैं कि यह युद्ध भयावह है। मैं आशा करता हूं कि अमेरिका की नई नेतृत्वकारी भूमिका रक्तपात को रोकने में प्रभावी साबित होगी।” हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि “जर्मनी यूक्रेन के पक्ष में खड़ा है।”
यूक्रेन के प्रिलुकी और खार्कीव पर रूस का भीषण ड्रोन हमला
उधर, गुरुवार को ही रूस ने यूक्रेन के कई शहरों पर जबरदस्त हवाई हमला किया, जिसमें प्रिलुकी शहर में 5 लोगों की मौत और 24 घायल हो गए, जबकि खार्कीव में चार बच्चों समेत 19 लोग घायल हुए हैं। यह हमले उस टेलीफोन वार्ता के कुछ ही घंटे बाद हुए जिसमें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ट्रंप से ‘मजबूत जवाब’ देने की बात कही थी।

रूस-यूक्रेन के हवाई हमलों को लेकर बढ़ा दावा-प्रतिदावा
रूसी उप विदेश मंत्री सर्गेई रियाबकोव ने दावा किया कि 1 जून को हुए यूक्रेनी हमले में उसके कुछ लड़ाकू विमान क्षतिग्रस्त हुए हैं लेकिन वे नष्ट नहीं हुए। वहीं रूस की ही पूर्व रिपोर्ट में कहा गया था कि तीन लड़ाकू विमान नष्ट हुए और चार क्षतिग्रस्त।
इसका पलटवार करते हुए यूक्रेन ने दावा किया कि उसके हमलों में रूस के कुल 41 लड़ाकू विमान नष्ट हुए हैं, जिनमें रणनीतिक बमवर्षक शामिल हैं। दूसरी ओर, अमेरिका की खुफिया एजेंसियों ने अपने अनुमान में कहा कि यूक्रेन के हमले में 20 रूसी विमानों को नुकसान पहुंचा है, जिनमें से 10 पूरी तरह नष्ट और 10 मरम्मत योग्य हैं।
युद्ध के कूटनीतिक संकेत और अमेरिका की भूमिका
ट्रंप का बयान ऐसे समय में आया है जब रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को 2 वर्ष से अधिक हो चुके हैं और हजारों नागरिकों की जान जा चुकी है। अमेरिका और यूरोपीय संघ लगातार यूक्रेन को सैन्य और मानवीय सहायता दे रहे हैं। ट्रंप की टिप्पणी को शांति प्रक्रिया से हटने के संकेत के रूप में देखा जा रहा है।