मालदीव: मालदीव के लोग अब भारतीय यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) का लाभ उठा सकेंगे। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने रविवार को कैबिनेट की सिफारिश पर देश में यूपीआई लागू करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का फैसला किया। यह निर्णय भारत के साथ हुए समझौते के दो महीने बाद लिया गया है। राष्ट्रपति कार्यालय से जारी बयान के अनुसार, कैबिनेट के इस फैसले से मालदीव की अर्थव्यवस्था को महत्वपूर्ण लाभ मिलने की उम्मीद है। विशेष रूप से, वित्तीय समावेशन और डिजिटल बुनियादी ढांचे में वृद्धि के क्षेत्र में इसका प्रभाव देखा जाएगा।
मालदीव में यूपीआई के लिए विशेष व्यवस्था
यूपीआई को मालदीव में लागू करने के लिए राष्ट्रपति मुइज्जू ने एक विशेष एजेंसी स्थापित करने का निर्णय लिया है। साथ ही उन्होंने सुझाव दिया कि देश में सक्रिय बैंकों, दूरसंचार कंपनियों, राज्य के स्वामित्व वाली कंपनियों और फिनटेक कंपनियों को इस पहल में शामिल किया जाना चाहिए। बयान में कहा गया है कि ट्रेडनेट मालदीव कॉर्पोरेशन लिमिटेड को इस परियोजना के लिए अग्रणी एजेंसी के रूप में चुना गया है। यह एजेंसी डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में सिद्ध विशेषज्ञता रखती है और इस योजना को सुचारु रूप से लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
अंतर-एजेंसी समन्वय टीम का गठन
राष्ट्रपति मुइज्जू ने यूपीआई की स्थापना की निगरानी के लिए एक अंतर-एजेंसी समन्वय टीम बनाने का भी फैसला किया है। इस टीम का नेतृत्व आर्थिक विकास और व्यापार मंत्रालय करेगा, जिसमें वित्त मंत्रालय, होमलैंड सुरक्षा मंत्रालय, प्रौद्योगिकी मंत्रालय और मालदीव मौद्रिक प्राधिकरण भी शामिल होंगे। यह समन्वय टीम देश में यूपीआई की स्थापना और इसके सुचारु संचालन के लिए जिम्मेदार होगी।
मालदीव में रूपे कार्ड की लॉन्चिंग
इससे पहले, इसी महीने की शुरुआत में भारत की यात्रा के दौरान, मालदीव में रुपे कार्ड भी लॉन्च किया गया था। इसका उद्देश्य मालदीव आने वाले भारतीय पर्यटकों और भारत आने वाले मालदीव के नागरिकों के लिए भुगतान में आसानी सुनिश्चित करना था। दोनों देशों के बीच डिजिटल और वित्तीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ है।
भारत और मालदीव के बीच समझौता
भारत और मालदीव ने मालदीव में यूपीआई के माध्यम से भुगतान शुरू करने के लिए एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने तीन दिवसीय मालदीव दौरे के दौरान इस समझौते पर हस्ताक्षर किए। उन्होंने कहा कि यह समझौता मालदीव के पर्यटन उद्योग पर सकारात्मक प्रभाव डालेगा। इससे मालदीव में आने वाले भारतीय पर्यटकों और स्थानीय व्यवसायों को डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में बड़ी सुविधा प्राप्त होगी।