चिड़ावा, 16 अक्टूबर 2024: महानगरों में पिछले 2 दशक में निवेशकों ने प्रॉपर्टी से खूब पैसा कमाया है, अब इन निवेशकों की नजर छोटे शहरों पर है। निवेशक देश के छोटे शहरों में अब तक 10 हजार करोड़ रुपए से अधिक का निवेश कर चुके हैं।
भारत के टियर-II और टियर-III शहरों के बाद के छोटे शहरों में रियल एस्टेट मार्केट में 2023 में पूंजी प्रवाह दोगुना से अधिक देखा गया है। देश भर में प्रॉपर्टी की मजबूत मांग के बीच डेवलपर्स भूमि अधिग्रहण के लिए छोटे शहरों की ओर रुख कर रहे हैं।
दरअसल गोल्ड और प्रॉपर्टी में निवेश हमेशा से फायदे का सौदा रहा है। खासकर पिछले 20 वर्षों में दोनों ही एसेट ने लोगों को जबरदस्त रिटर्न दिया है। आज से 20 साल पहले जहां सोने की कीमत 5000 रुपये प्रति 10 ग्राम थी तो आज भाव 65,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंच गया है। इसी तरह, 20 वर्ष पहले जो प्रॉपर्टी 250 रुपये प्रति स्क्वेयर फीट मिल रही थी, आज उसकी कीमत एवरेज 7000 रुपये प्रति स्क्वेयर फीट या उससे ज्यादा हो गई है। बड़े शहरों में तो जमीन और फ्लैट की कीमतें आसमान छूने लगी हैं।
दिल्ली-एनसीआर में एक अच्छी सोसाइटी में 2BHK फ्लैट खरीदने के लिए 70 लाख से 1 करोड़ तक खर्च करने पड़ते हैं। ऐसा नहीं है कि प्रॉपर्टी की कीमतें महानगरों में ही बढ़ी हैं, छोटे शहरों व कस्बों में भी अचल सम्पत्ति की कीमतें तेजी से बढ़ी हैं। आने वाले दिनों में इन छोटे शहरों में प्रॉपर्टी की कीमतों में और उछाल आ सकता है।
जानिए क्या कहती है CBRE की रिपोर्ट
रियल एस्टेट कंसल्टेंसी सीबीआरई के अनुसार, पूंजी प्रवाह 2022 में $600 मिलियन की तुलना में रिकॉर्ड $1.3 बिलियन तक पहुंच गया है। CBRE की रिपोर्ट के अनुसार, अहमदाबाद, इंदौर, जयपुर और कोयंबटूर में ई-कॉमर्स, स्टार्टअप, बैंकिंग और फाइनेंशियल सेक्टर्स में जबरदस्त प्राइवेट इक्विटी इंटरेस्ट देखा गया है। हालांकि, 2019 से 2023 तक मुंबई, दिल्ली-एनसीआर, मुंबई और बेंगलुरु अब भी संस्थागत निवेशकों के लिए पसंदीदा ठिकाना बना हुआ है। इन शहरों में करीब 45 फीसदी पूंजी निवेश किया गया है।
छोटे शहरों की ग्रोथ पर भरोसा
शेखावाटी क्षेत्र के रियल एस्टेट एक्सपर्ट और भगेरिया प्रॉपर्टीज के फाउंडर, ललित भगेरिया ने बताया कि छोटे शहरों में हो रहे इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट से निवेशक अब इन शहरों की ओर बढ़ रहे हैं। नए बिजनेस पार्क और इन्वेस्टमेंट हब के तौर पर विकसित हो रहे इन शहरों में रियल एस्टेट सेक्टर में भी मांग तेजी से बढ़ रही है। ललित भगेरिया ने बताया कि अगर कोई व्यक्ति बड़े शहरों में अपनी सम्पत्ति बेचकर पैसा कमाता है तो दोबारा निवेश करने के लिए वह छोटे शहरों की प्रॉपर्टी में निवेश करना चाहता है, जहां ग्रोथ की संभावना ज्यादा हो। छोटे शहरों में प्रॉपर्टी में किया गया निवेश आज किसी भी अन्य निवेश से अधिक प्रॉफिटेबल है।