प्रयागराज, उत्तर प्रदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रयागराज महाकुंभ के पावन अवसर पर त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाई। उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अनेक साधु-संत भी उपस्थित रहे। इस पावन स्नान के पश्चात प्रधानमंत्री मोदी ने विशेष पूजा-अर्चना में भाग लिया। कुंभ नगरी में इस ऐतिहासिक क्षण को देखने के लिए श्रद्धालुओं और भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
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प्रधानमंत्री मोदी लगभग ढाई घंटे प्रयागराज में रहेंगे और इस दौरान विभिन्न आध्यात्मिक कार्यक्रमों में भाग लेंगे। उनके आगमन को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए हैं। एसपी ट्रैफिक मेला अंशुमान मिश्रा के अनुसार, प्रधानमंत्री के आगमन के दौरान अरैल घाट से वीआईपी घाट तक के मार्ग पर थोड़े समय के लिए यातायात प्रतिबंधित किया गया, जबकि अन्य किसी भी मार्ग पर डायवर्जन योजना लागू नहीं की गई ताकि आम जनता को असुविधा न हो।
महाकुंभ में प्रधानमंत्री मोदी की दूसरी यात्रा
यह प्रधानमंत्री मोदी की महाकुंभ के दौरान दूसरी यात्रा है। इससे पहले 13 दिसंबर 2024 को उन्होंने प्रयागराज का दौरा किया था, जहां उन्होंने 5,500 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 167 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया था। इन परियोजनाओं का उद्देश्य महाकुंभ के आयोजन को सुचारू बनाना और श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं प्रदान करना है। प्रधानमंत्री की इस यात्रा को धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
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त्रिवेणी संगम में विशेष पूजा-अर्चना
प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाने के बाद विशेष पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु और भक्त उपस्थित थे, जिन्होंने इस अद्वितीय क्षण का साक्षी बनने का सौभाग्य प्राप्त किया। प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिक परंपराओं के प्रति उनकी गहरी आस्था को दर्शाती है।
सुरक्षा और व्यवस्था के सख्त प्रबंध
प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान प्रयागराज में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं। पुलिस बल, अर्धसैनिक बल और विशेष सुरक्षा दस्तों को तैनात किया गया है। ड्रोन कैमरों और सीसीटीवी की मदद से पूरे क्षेत्र की निगरानी की जा रही है। प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि भक्तों को किसी प्रकार की असुविधा न हो और सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से संचालित हों।