नई दिल्ली: भारत के आर्थिक सुधारों के जनक और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह शनिवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ निगमबोध घाट पर किया गया। सिंह की बेटी ने उन्हें मुखाग्नि दी। उनके अंतिम संस्कार में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भूटान के नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक, कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने उपस्थित होकर श्रद्धांजलि अर्पित की।
कांग्रेस मुख्यालय से निगमबोध घाट तक निकली अंतिम यात्रा
मनमोहन सिंह के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए कांग्रेस मुख्यालय ’24 अकबर रोड’ से निगमबोध घाट तक ले जाया गया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता भावुक नजर आए और “जब तक सूरज चांद रहेगा, मनमोहन आपका नाम रहेगा” और “मनमोहन सिंह अमर रहें” जैसे नारे लगाए। सिंह का पार्थिव शरीर जिस वाहन में रखा गया था, उसमें राहुल गांधी, सिंह के परिवार के सदस्य और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे।
VIDEO | Former PM Manmohan Singh cremated at Nigambodh Ghat, Delhi, with full state honours.
— Press Trust of India (@PTI_News) December 28, 2024
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कांग्रेस मुख्यालय में दी गई श्रद्धांजलि
अंतिम यात्रा से पहले मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर कांग्रेस मुख्यालय में रखा गया था, जहां सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं सहित कार्यकर्ताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। कांग्रेस मुख्यालय में देशभर से आए नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अपने प्रिय नेता को अंतिम विदाई दी।
#WATCH | Former Prime Minister #DrManmohanSingh laid to rest with full state honours after leaders and family paid last respects at Nigam Bodh Ghat in Delhi.
— ANI (@ANI) December 28, 2024
Former PM Dr Manmohan Singh died on 26th December at AIIMS Delhi.
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आर्थिक सुधारों के लिए याद किए जाएंगे मनमोहन सिंह
मनमोहन सिंह 2004 से 2014 तक 10 वर्षों तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। इससे पहले, 1991 में नरसिंह राव सरकार में वित्त मंत्री के रूप में उन्होंने देश के आर्थिक ढांचे को बदलने वाली नीतियों की शुरुआत की। आर्थिक सुधारों की व्यापक नीति लागू करने में उनकी भूमिका को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया। उनके नेतृत्व में भारत ने सूचना का अधिकार (आरटीआई), शिक्षा का अधिकार (आरटीई) और महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) जैसी योजनाओं को लागू कर देश में सामाजिक और आर्थिक बदलाव लाने का काम किया।
#WATCH | Former Prime Minister #DrManmohanSingh laid to rest with full state honours after leaders and family paid last respects at Nigam Bodh Ghat in Delhi.
— ANI (@ANI) December 28, 2024
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#WATCH | Last rites of former Prime Minister #DrManmohanSingh performed with full state honours at Nigam Bodh Ghat in Delhi.
— ANI (@ANI) December 28, 2024
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नीली पगड़ी वाले शांत नेतृत्व की छवि
हमेशा नीली पगड़ी में नजर आने वाले मनमोहन सिंह एक विनम्र और शांत व्यक्तित्व के रूप में जाने जाते थे। वित्तीय और आर्थिक नीतियों के क्षेत्र में उनका योगदान अभूतपूर्व रहा। उन्होंने वैश्विक मंच पर भारत की छवि को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई।
Former Prime Minister Manmohan Singh laid to rest
— ANI Digital (@ani_digital) December 28, 2024
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नेताओं और आम जनता ने दी श्रद्धांजलि
उनकी अंतिम विदाई में कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय नेताओं ने हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “मनमोहन सिंह जी का योगदान भारत के विकास में अमूल्य है। उनकी नीतियां और सेवाएं देश के इतिहास में हमेशा याद रखी जाएंगी।” कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उन्हें ‘भारत का एक सच्चा सेवक’ बताते हुए श्रद्धांजलि दी।