पीलीभीत, उत्तर प्रदेश: पीलीभीत जिले के पूरनपुर क्षेत्र में बुधवार को पंजाब और उत्तर प्रदेश पुलिस की संयुक्त टीम ने तीन खालिस्तानी आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया। ये आतंकी हाल ही में पंजाब के गुरदासपुर जिले की बख्शीवाल और वडाला बांगर पुलिस चौकियों पर हुए बम धमाकों के आरोपी थे। मुठभेड़ के दौरान दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं, जिनका इलाज जारी है।
कैसे हुई आतंकियों की पहचान और मुठभेड़ की योजना?
मारे गए आतंकियों की पहचान गुरविंदर सिंह, वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि और जसन प्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह के रूप में हुई है। तीनों आतंकी पंजाब के गुरदासपुर जिले के निवासी थे और उनकी उम्र 18 से 25 वर्ष के बीच थी।
- गुरविंदर सिंह: निवासी मोहल्ला कलानौर, थाना कलानौर, जिला गुरदासपुर, पंजाब
- वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि: निवासी ग्राम अगवान, थाना कलानौर, जिला गुरदासपुर, पंजाब
- जसन प्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह: निवासी ग्राम निक्का सूर, थाना कलानौर, जिला गुरदासपुर, पंजाब
ये आतंकी मुठभेड़ से पहले पूरनपुर क्षेत्र में आकर छिपे हुए थे। खुफिया जानकारी के आधार पर पंजाब और यूपी पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन शुरू किया। मुठभेड़ में तीनों आतंकियों को ढेर कर दिया गया।
पुलिसकर्मी घायल, आतंकियों के पास भारी असलहा बरामद
मुठभेड़ के दौरान एसओजी टीम के सिपाही शहनवाज और माधोटांडा थाने के सिपाही सुमित राठी घायल हो गए। दोनों को पूरनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है।
मारे गए आतंकियों के पास से दो एके-47 राइफल, पिस्टल और अन्य हथियार बरामद किए गए हैं।
पुलिस चौकियों पर हमले में थे शामिल
गौरतलब है कि 19 दिसंबर को गुरदासपुर की बख्शीवाल पुलिस चौकी और 20 दिसंबर को वडाला बांगर चौकी में बम धमाके हुए थे। ये दोनों चौकियां कलानौर थाने के अंतर्गत आती हैं। इन धमाकों में खालिस्तानी आतंकियों का हाथ होने की पुष्टि हुई थी।
मुठभेड़ के बाद अधिकारियों ने की मौके पर जांच
मुठभेड़ के तुरंत बाद सीओ सिटी दीपक चतुर्वेदी और इंस्पेक्टर सुनगढ़ी पवन पांडेय ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आतंकियों की योजना उत्तर प्रदेश में बड़ी वारदात को अंजाम देने की थी, जिसे समय रहते नाकाम कर दिया गया।