पटना: चर्चित चंदन मिश्रा हत्याकांड में बिहार पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। इस मामले में पुलिस ने पश्चिम बंगाल से छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से पांच को राज्य पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने पकड़ा है। इस पूरे घटनाक्रम में मुख्य साजिशकर्ता तौसीफ अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। पुलिस की कई टीमें उसकी तलाश में लगातार छापेमारी कर रही हैं।
बिहार पुलिस मुख्यालय के एडीजी कुंदन कृष्णन ने जानकारी दी कि चंदन मिश्रा की हत्या वर्चस्व की लड़ाई का परिणाम है। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि शूटर्स को चंदन का लोकेशन सोशल मीडिया के माध्यम से मिल रहा था। चंदन मिश्रा जब जेल से रिहा हुआ था, तब से वह लगातार सोशल मीडिया पर सक्रिय था। उसके साथी वीडियो बनाकर सार्वजनिक प्लेटफॉर्म्स पर साझा कर रहे थे, जिससे उसकी गतिविधियों और स्थान का पता लगाना आसान हो गया।
इस हत्याकांड में एक ऐसा शूटर भी शामिल था जो पारस अस्पताल के सभी कोनों से अच्छी तरह परिचित था और लंबे समय से वहां आ-जा रहा था। पुलिस का कहना है कि अपराधियों ने अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था में मौजूद खामियों का लाभ उठाते हुए इस हमले को अंजाम दिया। चंदन की हत्या एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा थी, जिसमें उसकी गतिविधियों पर महीनों से नजर रखी जा रही थी।
एडीजी कुंदन कृष्णन ने बताया कि इस मामले में शेरू सिंह का भी नाम सामने आया है, जो फिलहाल पश्चिम बंगाल की पुरुलिया जेल में बंद है। उन्होंने दावा किया कि शेरू सिंह ने जेल में रहते हुए कई आपराधिक साजिशों को अंजाम दिया, जिनमें आरा और बक्सर की घटनाएं प्रमुख हैं। पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि चंदन मिश्रा की हत्या के लिए निर्देश शेरू सिंह के इशारे पर ही दिए गए थे।
इस बीच चंदन मिश्रा के पिता मंटू कुमार मिश्रा ने बक्सर जिले के औद्योगिक थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन पर भी हत्या में संलिप्तता का आरोप लगाया है। मंटू कुमार का कहना है कि उन्होंने सीसीटीवी फुटेज देखकर तीन हमलावरों को पहचाना है। उन्होंने यह भी बताया कि चंदन मिश्रा ने डॉक्टरों से जिद की थी कि उसे 17 जुलाई को अस्पताल से छुट्टी दी जाए। अगर वह एक दिन पहले यानी 16 जुलाई को ही छुट्टी ले लेता, तो संभवतः आज जीवित होता।
एडीजी ने न्यूज 24 की रिपोर्ट की पुष्टि करते हुए कहा है कि यह हमला किसी तात्कालिक रंजिश का नहीं बल्कि संगठित साजिश का हिस्सा था। पुलिस सभी कोणों से जांच कर रही है और कुछ और संदिग्धों की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई तेज कर दी गई है।