झुंझुनूं, 20 दिसम्बर 2024: जिले में बढ़ती ठंड और शीतलहर को देखते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. छोटेलाल गुर्जर ने आमजन को सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियां बरतने की अपील की है। उन्होंने बताया कि शीतलहर से प्रभावित रोगियों में शरीर का ठंडा पड़ जाना, शरीर का सुन्न पड़ जाना, नाड़ी का धीमा पड़ जाना और श्वसन तेज चलना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। समय पर उपचार न मिलने पर यह जानलेवा भी हो सकता है।
सीएमएचओ ने विभाग के सभी चिकित्सा स्टाफ को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
शीतलहर से बचाव के उपाय
डिप्टी सीएमएचओ और नोडल अधिकारी डॉ. भंवरलाल सर्वा ने शीतलहर से बचाव के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं:
- जहां तक हो सके घर के बाहर कार्य हेतु दिन में निकले।
- स्वंय को व बच्चों को उपलब्ध ऊनी कपड़ों से ढके।
- फुटपाथ पर रहने वाले भ्रमणशील जातियां, जैसे भिखारी, गाड़ियालुहार आदि रात्रि में रेन बसेरा, सार्वजनिक भवन, धर्मशालाकों में रहें। खुले स्थान पर न सोयें।
- रात्रि में बाहर कार्य करना/रहना वसवश्यक हो तो अपने पास अंगीठी, आवश्यक लकड़ी व कूड़ा करकट जलाकर अलाव लगाकर तापने की व्यवस्था करें।
- शीतलहर में अधिकतर गर्म भोजन का सेवन करें और खाद्य पदार्थ जैसे गुड़, तिल, चिकनाई, चाय, कॉफी आदि का सेवन करें।
- शारीरिक श्रम अधिक करें, हो सके तो सुबह व्यायाम करें। तेल की मालिश करें।
- जिस व्यक्ति को शीत / शीतलहर का प्रभाव पड़ जाये उसे तत्काल कम्बल, रजाई आदि से ढकें।
पास में अंगीठी, हीटर आदि जलाये। कमरे में ताजा हवा का रास्ता बन्द न करें।
गर्म पेय पदार्थ गुड़, चाय, चिकनाई (घी), कॉफी, तेल का अधिक उपयोग करें।
- गर्म पानी की थैली उपलब्ध हो तो उससे सेक करें। बाद में पास के चिकित्सालय में दिखाये, जहां तक हो सके गर्म पानी से नहाये।
गंभीर मामलों में
अगर किसी व्यक्ति को शीतलहर का असर हो तो उसे तुरंत कंबल से ढकें और गर्म पेय पदार्थ दें।
पास के चिकित्सालय में ले जाएं या ले जाने की सलाह दें।
स्वास्थ्य विभाग की अपील
स्वास्थ्य विभाग ने आमजन से अपील की है कि वे इन दिशानिर्देशों का पालन करें और स्वयं और अपने परिवार के सदस्यों का खयाल रखें।