अहमदाबाद: 12 जून को अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रही एअर इंडिया की उड़ान AI 171 के दुर्घटनाग्रस्त होने के मामले में विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट में सामने आए तथ्यों ने इस हादसे की तकनीकी और संचालन संबंधी गहराई को उजागर किया है। हादसे में पायलट सुमीत सभरवाल और को-पायलट क्लाइव कुंदर समेत 260 लोगों की जान गई, जबकि केवल एक यात्री जीवित बचा।
AAIB द्वारा जारी की गई 15 पृष्ठों की रिपोर्ट के अनुसार, टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद विमान के दोनों इंजन अचानक बंद हो गए। सुबह 8:08 बजे विमान ने 180 नॉट्स की अधिकतम इंडिकेटेड एयरस्पीड (IAS) हासिल की, लेकिन तुरंत बाद दोनों इंजनों के फ्यूल कट-ऑफ स्विच ‘RUN’ से ‘CUTOFF’ मोड में चले गए, जिससे इंजन में ईंधन की आपूर्ति रुक गई और स्पीड तेजी से गिरने लगी।
कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर से मिली जानकारी के अनुसार, पायलट और को-पायलट के बीच इस दौरान हुई बातचीत से यह स्पष्ट नहीं हो सका कि इंजन बंद करने की प्रक्रिया किसी मानव त्रुटि से हुई या तकनीकी कारणों से। दोनों ने इंजन बंद करने से इनकार किया, जिससे यह घटना और भी रहस्यमय बन गई है। रिपोर्ट में फिलहाल किसी खास तकनीकी खामी या बर्ड हिट का संकेत नहीं मिला है।

जांच में यह भी सामने आया कि इंजन-1 आंशिक रूप से रिकवर हो गया, लेकिन इंजन-2 पूरी तरह फेल रहा। इस दौरान APU (ऑक्सिलरी पावर यूनिट) ने ऑटोस्टार्ट मोड में सक्रिय होकर पावर देने की कोशिश की, लेकिन वह भी विमान को स्थिर नहीं रख सका। Ram Air Turbine (RAT) के स्वतः सक्रिय होने से संकेत मिला कि विमान की पावर सप्लाई पूरी तरह से प्रभावित हो चुकी थी।
08:09 बजे एक पायलट द्वारा ‘MAYDAY’ कॉल दी गई, जिसे एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने सुना, लेकिन विमान से कोई जवाब नहीं मिला। इसके ठीक बाद विमान जमीन पर गिर गया। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि दुर्घटनास्थल पर ड्रोन की मदद से फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कर मलबा सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है।

EAFR (एक्सटेंडेड एयरफ्रेम फ्लाइट रिकॉर्डर) को गंभीर क्षति पहुंची है और इसे पारंपरिक तरीकों से एक्सेस नहीं किया जा सका है। विशेष तकनीकों से डेटा निकालने का प्रयास किया जा रहा है। सीमित मात्रा में फ्यूल सैंपल भी लिए गए हैं, जिनका परीक्षण प्रयोगशालाओं में किया जाएगा। साथ ही चश्मदीदों और एकमात्र बचे यात्री के बयान, पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अन्य तकनीकी सबूतों का विश्लेषण चल रहा है।
एअर इंडिया ने इस हादसे पर बयान जारी करते हुए कहा है कि वह पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है और हरसंभव सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है। एयरलाइन ने AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट को स्वीकारते हुए जांच में पूरा सहयोग देने का भरोसा जताया है।

बता दें कि हादसे में उपयोग हुआ विमान बोइंग 787-8 था, जिसे ड्रीमलाइनर के नाम से जाना जाता है। यह पहली बार था जब इस श्रेणी का विमान इतनी बड़ी संख्या में जानें गंवाने वाली दुर्घटना का शिकार हुआ और पूरी तरह नष्ट हो गया। नागरिक उड्डयन मंत्रालय पहले ही 26 जून को इस दुर्घटना को लेकर स्थिति रिपोर्ट जारी कर चुका है।
हादसे की जांच अभी जारी है और AAIB का कहना है कि सभी तकनीकी पहलुओं की विस्तृत समीक्षा के बाद ही अंतिम रिपोर्ट सामने लाई जाएगी।