Monday, February 24, 2025
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अमेरिका से निर्वासित भारतीयों का ‘अमेरिकी सपना’ अधूरा

अमेरिका: अमरीका जाना कई भारतीयों के लिए एक सपना बन चुका है, लेकिन यह सपना कभी-कभी पैसों के अभाव में हकीकत नहीं बन पाता। कुछ लोग अपनी जमीन बेचकर तो कुछ कर्ज लेकर अमेरिका जाते हैं, लेकिन अब यह सपना उनके लिए अधूरा रह गया है। दरअसल, इन दिनों अमेरिकी सरकार ने कई भारतीय प्रवासियों को डिपोर्ट करना शुरू कर दिया है, जिनमें पंजाब, हरियाणा, गुजरात और अन्य राज्यों के लोग शामिल हैं।

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अमृतसर में उतरे 104 निर्वासित भारतीय

अमेरिकी सेना का सी-17 ग्लोबमास्टर विमान बुधवार दोपहर पंजाब के अमृतसर में उतरा, जिसमें 104 भारतीयों को लेकर आया गया था। यह लोग उन भारतीयों में शामिल थे जिनका ‘अमेरिकी सपना’ अब अधूरा रह गया। इन्होंने अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया था, लेकिन अंततः उन्हें अमेरिका से वापस भेज दिया गया।

विमान में सवार कुछ लोगों ने हवाई अड्डे पर जानकारी दी कि वे लगभग 10 दिन पहले अमेरिका-मेक्सिको सीमा से पकड़े गए थे। कुछ का कहना था कि वे ब्रिटेन से अमेरिका गए थे। इन लोगों का कहना था कि उन्होंने अधिकतर अपने जीवन की सारी मेहनत और धन अमेरिका जाने के लिए खर्च कर दिया था, लेकिन अब उनका सपना चूर हो गया।

पंजाब और हरियाणा से निर्वासित लोग

पंजाब और हरियाणा से आए अधिकांश लोग सड़क मार्ग से घर भेजे गए थे, जबकि गुजरात और अन्य राज्यों के नागरिकों को बुधवार रात उड़ान से वापस भेजा जाना था। सूत्रों के अनुसार, अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है कि इन लोगों को अमेरिका पहुंचने में किसने मदद की थी और इन अवैध एजेंटों को कितने पैसे दिए गए थे।

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गुजराती परिवार ने दिए 1 करोड़ रुपये

इस मामले में एक गुजराती परिवार ने दावा किया कि उसने अपने सदस्य को अमेरिका भेजने के लिए 1 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। वहीं एक अन्य मामले में एक युवक के परिवार ने अपनी डेढ़ एकड़ जमीन बेचकर 42 लाख रुपये खर्च किए, ताकि उनका भतीजा अमेरिका पहुंच सके। यह युवक कुछ महीने पहले मेक्सिको के रास्ते अमेरिका पहुंचा था।

डंकी रूट: अवैध आव्रजन का एक खतरनाक रास्ता

यह केवल पंजाब और हरियाणा ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों से भी लोग अवैध रूप से अमेरिका पहुंचने के लिए ‘डंकी रूट’ का इस्तेमाल करते हैं। यह रास्ता मेक्सिको के जरिए अमेरिका पहुंचने का होता है और यह सिलसिला लगभग परंपरा बन चुका है। इस रास्ते से अमेरिका पहुंचने के लिए लोगों को करीब 15 लाख रुपये खर्च करने पड़ते हैं, जिससे वे उस दीवार तक पहुंच सकते हैं, जो अमेरिका और मेक्सिको के बीच खड़ी है।

इस दौरान लोग विभिन्न अवैध एजेंटों से मदद लेते हैं, जो उन्हें अमेरिका जाने के लिए सुरक्षित रास्ते बताते हैं। लेकिन यह यात्रा जितनी रोमांचक लगती है, उतनी ही खतरनाक भी होती है। अवैध रास्तों से यात्रा करते हुए कई लोग हादसों का शिकार हो जाते हैं और उन्हें अमेरिका में पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाता है।

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