अग्निवीर योजना पर कांग्रेस-बीजेपी में तीखी नोकझोंक: लोकसभा चुनावों के बीच अग्निवीर योजना को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच राजनीतिक संघर्ष चरम पर है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने हालिया भाषणों में इस योजना को खत्म करने का संकल्प लिया है, जबकि बीजेपी ने इस योजना की जमकर तारीफ की है और राहुल गांधी पर तीखे हमले किए हैं।
बीजेपी का पलटवार
बीजेपी ने राहुल गांधी के बयानों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी ने राहुल गांधी को फौज में नौकरी करने और फौज को समझने की नसीहत दी है। बीजेपी नेताओं का कहना है कि कांग्रेस ने अपने शासनकाल में सेना को बुलेटप्रूफ जैकेट और पर्याप्त गोला-बारूद तक मुहैया नहीं कराए थे।
हिमंता बिस्वा सरमा का बयान
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि अग्निवीर योजना के तहत लोग पहले सेना में नौकरी करेंगे और फिर राज्य पुलिस में नौकरी पा सकेंगे। उन्होंने कहा, “यह योजना युवाओं को पसंद आ रही है, इसलिए बड़ी संख्या में युवा इसके लिए इंटरव्यू देने आ रहे हैं। राहुल गांधी न तो सेना में शामिल हो सकते हैं, न ही अग्निवीर बन सकते हैं। वो अपनी मां पर बोझ हैं और देशद्रोह का काम कर रहे हैं। मैं उन्हें चेतावनी देता हूं कि वे सेना के बारे में कुछ गलत न बोलें।”
अनुराग ठाकुर की प्रतिक्रिया
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा, “कांग्रेस ने बोफोर्स, जीप और अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले किए। कांग्रेस ने सेना को कुछ भी नहीं दिया, यहां तक कि वन रैंक, वन पेंशन भी नहीं दिया। मोदी सरकार ने सेना को बुलेटप्रूफ जैकेट, हथियार और गोला-बारूद दिए। अग्निवीर योजना में 100 फीसदी जॉब गारंटी है। 75 फीसदी अग्निवीर जवान चार साल तक सेना में रहेंगे और फिर पुलिस विभाग और निजी सेक्टर में उनकी डिमांड होगी।”
जनरल वीके सिंह का वक्तव्य
जनरल वीके सिंह ने राहुल गांधी को सलाह दी कि वे पहले फौज में नौकरी करें और फिर फौज पर टिप्पणी करें। उन्होंने कहा, “पहले फौज को समझो, फिर बात करो। उनकी टिप्पणी से कोई फायदा नहीं है।”
राहुल गांधी का अग्निवीर योजना पर बयान
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि अगर इंडिया ब्लॉक सत्ता में आया तो अग्निवीर स्कीम को खत्म कर दिया जाएगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि इस योजना से “हिंदुस्तान के जवानों को मजदूरों में बदलने” की कोशिश की जा रही है।
अग्निपथ भर्ती योजना: एक संक्षिप्त विवरण
केंद्र सरकार ने 2022 में ‘अग्निपथ भर्ती योजना’ शुरू की थी। इस योजना का उद्देश्य सेना के तीनों अंगों में आयुसीमा को कम करना था और अल्पकालिक तौर पर सैनिकों को सशस्त्र बलों में शामिल करना था। इस योजना के तहत 17.5 से 21 साल की आयु वर्ग के युवाओं को चार साल की अवधि के लिए सेना में भर्ती किया जाता है, जिसमें से 25 प्रतिशत की सेवाओं को 15 साल तक जारी रखने का प्रावधान है।
निष्कर्ष
अग्निवीर योजना को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है। जहां कांग्रेस इसे खत्म करने का संकल्प ले रही है, वहीं बीजेपी इसे युवाओं के लिए लाभदायक बता रही है। आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर यह मुद्दा और भी गरमा सकता है।