सूरजगढ़: देशभर में आज बाबा श्याम का जन्मोत्सव बड़े ही उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है। झुंझुनूं जिले में, जहां सूरजगढ़ स्थित प्राचीन श्याम मंदिर को ‘मिनी खाटूधाम’ के नाम से भी जाना जाता है, सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। खाटूश्यामजी के भक्तों के लिए यह स्थल किसी तीर्थ से कम नहीं है। रंग-बिरंगी सजावट, विशेष भोग और वातावरण में गूंजते ‘खाटूश्यामजी के जयकारों’ ने मिनी खाटूधाम सूरजगढ़ को भक्तिमय बना दिया।
सूरजगढ़ बना ‘मिनी खाटूधाम’: जन्मोत्सव की भव्य सजावट
सूरजगढ़ का प्राचीन श्याम मंदिर, जिसे भक्तगण ‘मिनी खाटूधाम’ कहते हैं, बाबा श्याम के जन्मोत्सव के अवसर पर भव्य रूप से सजाया गया है। मंदिर परिसर को रंग-बिरंगे फूलों और आकर्षक सज्जा से सजाया गया, जिससे पूरा वातावरण उत्सवमय हो गया। आस-पास के क्षेत्र से आए खाटूश्यामजी के भक्तों ने सुबह से ही श्याम दरबार में अपनी उपस्थिति दर्ज कराना शुरू कर दिया। भक्तों ने अपने घरों से विशेष भोग प्रसाद लाकर बाबा श्याम को अर्पित किए।
विशेष धार्मिक महत्व: खाटू में शिखर पर फहराता है निशान
इस मंदिर की एक अनूठी और महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि खाटूश्यामजी के शिखर पर सूरजगढ़ का एकमात्र ‘निशान’ वर्षभर फहराता रहता है। यह परंपरा इस स्थल के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को गहराई से दर्शाती है और भक्तों की आस्था का केंद्र बनी हुई है।
भजन, कीर्तन और केक काटा: उमड़ा भक्तों का सैलाब
जन्मोत्सव के इस पावन अवसर पर श्रद्धालुओं ने मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ-साथ भजन-कीर्तन और प्रवचन जैसे भक्तिमय कार्यक्रमों का भी आयोजन किया। इस आयोजन ने न केवल स्थानीय लोगों को बल्कि दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं को भी अपनी ओर आकर्षित किया। शाम की आरती के बाद केक काटा गया, जिसके बाद भारी संख्या में श्याम भक्तों ने बाबा के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
मंदिर समिति ने किए पुख्ता इंतजाम
मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए पुख्ता इंतजाम किए। मंदिर समिति ने जानकारी दी कि जन्मोत्सव के अवसर पर आने वाले भक्तों के लिए पानी, भोजन (प्रसादी) और स्वास्थ्य सुविधाओं की भी समुचित व्यवस्था की गई थी, ताकि सभी लोग शांतिपूर्वक और सुगमता से इस धार्मिक आयोजन में भाग ले सकें।
ये भक्त गण रहे उपस्थित
इस भव्य आयोजन में हजारी लाल इंदौरिया, ओमप्रकाश इंदौरिया, कुरड़ाराम, इंद्र कुमार, कृष्ण सैनी श्याम दरबार सूरजगढ़, मनोहर लाल सैनी, मोहन नथमल, पूर्णमल सैनी, विनोद, गोपीराम, लीलाधर, संजय, दिनेश, अजय, चंद्रकांत, रवि सैनी, योगेश, अनिल, मनोज, सुशील, जॉनी, संतकुमार, सुरेश, पुरुषोत्तम, अंकित, जीवन, ज्योति, अशोक जांगिड़, परमेश्वर, विजय, रवि इंदौरिया, दीपक, राजेश गोदारा और विपिन नुनिया सहित बड़ी संख्या में श्याम भक्त मौजूद रहे।





