मंड्रेला, 25 मई 2025: मंड्रेला कस्बे में स्थित गौ गोपाल सेवा संस्थान में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक निराश्रित गोवंश की बिगड़ती हालत को देखकर जब पशु चिकित्सकों की टीम ने ऑपरेशन किया, तो पेट से करीब 200 किलो प्लास्टिक, नुकीली कीलें, चाइनीज मांझा, रबर के गुब्बारे, रस्सियों के टुकड़े जैसी खतरनाक वस्तुएं निकलीं।
इस बड़े ऑपरेशन में गौ रक्षक लोकेश निर्वाण, पशुधन सहायक कपिल कुमार और अजय कुमार की टीम ने करीब 6 घंटे तक लगातार मेहनत की और अंततः गोवंश की जान बचाने में सफल रहे। पेट में कुल 30 टांके लगाए गए।

बेजुबानों के लिए खतरा बनता कचरा
यह मामला केवल एक ऑपरेशन नहीं, बल्कि इंसानी लापरवाही का आईना भी है। प्लास्टिक में फेंका गया कचरा, चाइनीज मांझा जैसे घातक पदार्थ, जानवरों के लिए जानलेवा साबित हो रहे हैं। सड़क किनारे खाने की तलाश में भटकते गोवंश अक्सर ऐसे खतरनाक पदार्थ खा जाते हैं, जो बाद में उनके जीवन के लिए घातक बन जाते हैं।
टीम ने की जनता से खास अपील
इस ऑपरेशन के बाद टीम ने आमजन से अपील की है कि वे घर या दुकान का कचरा पॉलिथीन में डालकर खुले में ना फेंके। यह लापरवाही न केवल गायों की जान ले सकती है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी बेहद नुकसानदेह है।

नतीजा: जागरूकता ही बचाव है
गौ सेवा संस्थान का यह प्रयास केवल एक जान बचाने तक सीमित नहीं, बल्कि समाज को यह संदेश देता है कि अब वक्त है सजग होने का। ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए जरूरी है कि हर नागरिक अपनी भूमिका निभाए और पॉलिथीन मुक्त वातावरण के लिए आगे आए।