चिड़ावा: विश्व की पांच हजार हस्तियों में शामिल सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. ओमप्रकाश पचरंगिया के सुपुत्र युवा लेखक और पत्रकार डॉ. चन्द्रमौलि पचरंगिया को नई दिल्ली एनडीएमसी कन्वेंशन हॉल में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन में राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर हिंदी सेवी सम्मान से सम्मानित किया गया। विश्व हिंदी परिषद की ओर से आयोजित सम्मेलन में डॉ. पचरंगिया को मिजोरम के राज्यपाल कंभमपाठी हरि बाबू ने स्मृति चिन्ह और सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक और अखिल भारतीय प्रचार टोली के प्रमुख रवि कुमार अय्यर, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते, विश्व हिंदी परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद्मविभूषण, पद्मश्री आचार्य यार्लगड्डा लक्ष्मी प्रसाद, महासचिव विपिन कुमार, एनसीईआरटी निदेशक दिनेश प्रसाद सकलानी आदि भी उपस्थित रहे। राज्यपाल ने पचरंगिया के कार्यों की प्रशंसा की।
दो दिवसीय सम्मेलन 25 और 26 जुलाई को नई दिल्ली में आयोजित किया गया, जिसमें त्रिनिनाद एवं टबेको (वेस्टइंडीज) के राजदूत रोजर गोपाल, केंद्रीय मंत्री एसपी बघेल, संसदीय राजभाषा समिति अध्यक्ष और सांसद रामचंद्र जांगड़ा, सांसद चिंतामणि महाराज, दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बलराम पाड़ी सहित कई नामी हस्तियों ने मंच साझा किया।
डॉ. पचरंगिया के साथ इस सम्मेलन में विवेकानंद मित्र परिषद के सदस्य अनूप हर्षवाल ने भी शिरकत की और उनका भी विश्व हिंदी परिषद की ओर से सम्मान किया गया।
इस सम्मान को लेकर विवेकानंद मित्र परिषद के संरक्षक जयराम स्वामी, रोहिताश्व महला, मनोज मान, ब्लड डोनर संजय दाधीच, वाणिभूषण पंडित प्रभुशरण तिवाड़ी, अग्रवाल जन कल्याण समिति के संरक्षक दामोदर हिम्मतरामका, ब्रह्म चौतन्य संस्थान के पूर्व अध्यक्ष राजन सहल, पूर्व पालिकाध्यक्ष सुभाष शर्मा, रामचंद्र शर्मा, रविकांत कौशिक, विकास खंडेलवाल, आरएसएस के जिला प्रचार प्रमुख प्रभुदयाल वर्मा, दीपक कौशिक, प्रदीप सोनी सहित क्षेत्रवासियों ने बधाई दी है।