पुणे, महाराष्ट्र: पुणे के बालेवाड़ी स्थित श्री शिव छत्रपति स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में मंगलवार को आयोजित एक भव्य रैली में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के स्थापना दिवस के अवसर पर पार्टी प्रमुख और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल होने के अपने फैसले का जोरदार बचाव किया।
विपक्ष में बैठकर केवल नारे लगाना राजनीति नहीं – अजित पवार
अजित पवार ने मंच से स्पष्ट शब्दों में कहा कि,
“मैं कोई संत नहीं हूं जो सदा विपक्ष में बैठकर सरकार का विरोध करता रहूं। राजनीति केवल विरोध करने या नारे लगाने का नाम नहीं है, बल्कि विकास में भागीदारी का माध्यम भी है।”
उन्होंने कहा कि एनडीए में शामिल होना एक रणनीतिक निर्णय था, जिसका उद्देश्य राज्य और देश के विकास कार्यों को गति देना है।

धर्मनिरपेक्ष विचारधारा पर कायम हैं – एनसीपी प्रमुख
एनसीपी की विचारधारा को लेकर उठ रहे सवालों का जवाब देते हुए अजित पवार ने कहा,
“हमारी पार्टी की नींव शाहू महाराज, ज्योतिबा फुले और डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की विचारधारा पर टिकी है। हमने अपनी विचारधारा नहीं छोड़ी है। एनडीए में शामिल होने का मतलब यह नहीं कि हम धर्मनिरपेक्षता से समझौता कर रहे हैं।”
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी एनडीए में हैं, और उनकी भी पहचान एक धर्मनिरपेक्ष नेता के रूप में है।
शरद पवार गुट से विलय की अटकलों को किया खारिज
एनसीपी के दो धड़ों – अजित पवार गुट और शरद पवार गुट (एनसीपी-एसपी) – के बीच संभावित विलय की अटकलों को भी अजित पवार ने सिरे से खारिज कर दिया।
उन्होंने कहा,
“कुछ कार्यकर्ताओं की व्यक्तिगत राय हो सकती है, लेकिन नेतृत्व स्तर पर ऐसा कोई फैसला नहीं हुआ है।”
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह एनसीपी के राज्य अध्यक्ष सुनील तटकरे ने भी कोर ग्रुप में इस मुद्दे पर चर्चा से इनकार किया था।
पार्टी नेताओं के लिए अनुशासन पर सख्त चेतावनी
अजित पवार ने पार्टी अनुशासन को सर्वोपरि बताते हुए कार्यकर्ताओं और नेताओं को आगाह किया कि,
“हम सरकार में हैं, इसलिए हमें और ज्यादा अनुशासित रहना होगा। अगर कोई कार्यकर्ता आपराधिक या असामाजिक गतिविधियों में लिप्त पाया गया, तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी की छवि और शासन में भरोसा बनाए रखने के लिए कठोर निर्णय आवश्यक हैं।

आगामी नगर निकाय चुनावों की तैयारी शुरू करने का आह्वान
स्थापना दिवस के अवसर पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अजित पवार ने आगामी नगर निकाय चुनावों की तैयारियों पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि
“पार्टी के सभी कार्यकर्ता अब से ही चुनावों की रणनीति और संगठन विस्तार पर काम शुरू करें।”
उन्होंने यह भी कहा कि स्थानीय निकायों में जीत हासिल करना पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को मज़बूती देगा और जनसेवा के कार्यों को आगे बढ़ाने में सहायक होगा।
पृष्ठभूमि: पार्टी स्थापना दिवस और विभाजन
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की स्थापना 1999 में शरद पवार के नेतृत्व में हुई थी। लेकिन 2023 में पार्टी में बड़ा विभाजन हुआ, जब अजित पवार ने एक अलग गुट बनाते हुए एनडीए का दामन थाम लिया। इसके बाद से एनसीपी (अजित पवार गुट) और एनसीपी-एसपी (शरद पवार गुट) दोनों ही अपने-अपने स्तर पर स्थापना दिवस मनाते हैं।