कोच्चि, केरल: 23 मई को विझिंजम पोर्ट से रवाना हुए लीबियाई झंडे वाले कंटेनर जहाज MSC ELSA 3 के डूबने की गंभीर स्थिति के बीच भारतीय कोस्ट गार्ड ने नौ नाविकों को समुद्र से सुरक्षित बचा लिया है। यह जहाज 24 मई को कोच्चि पहुंचने वाला था, लेकिन समुद्र में तेज लहरों के कारण लगभग आधा डूब चुका है। जहाज पर कुल 24 क्रू मेंबर सवार थे, जिनमें से 9 को लाइफबोट के माध्यम से बचा लिया गया है। बाकी 15 लोगों को बचाने के लिए बचाव कार्य तेज़ी से जारी है।

भारतीय कोस्ट गार्ड ने किया तत्पर बचाव कार्य
मेसर्स एमएससी शिप मैनेजमेंट ने 24 मई को दोपहर लगभग 1:25 बजे भारतीय अधिकारियों को कोच्चि के तट से लगभग 38 नॉटिकल मील दक्षिण पश्चिम में तेज़ लहरों के कारण जहाज डूबने की आपात सूचना दी। इसके तुरंत बाद भारतीय कोस्ट गार्ड ने जहाज के साथ समन्वय स्थापित कर बचाव अभियान शुरू किया। बचाव के लिए जहाज के ऊपर से विमान द्वारा लगातार निगरानी रखी जा रही है। जहाज के आसपास कई लाइफबोट उतारे गए हैं, जिनमें नौ नाविकों को सुरक्षित निकाला गया है। बाकी 15 नाविकों को बचाने के लिए कोस्ट गार्ड की टीम समुद्र में तैनात है।
कार्गो कंटेनर समुद्र में गिरने से केरल तट पर सतर्कता
डूबते जहाज से कुछ कंटेनर समुद्र में गिर गए हैं, जिससे केरल तट पर वस्तुएं बहकर आने की संभावना बनी हुई है। केरल आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (KSDMA) ने तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को कड़ा निर्देश दिया है कि वे समुद्र किनारे मिलने वाली किसी भी वस्तु को छूने या इकट्ठा करने का प्रयास न करें। इस संदर्भ में, तट पर कंटेनर या संदिग्ध वस्तु दिखने पर तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचित करने का आग्रह किया गया है।

डीजी शिपिंग का बचाव में सक्रिय योगदान
डीजी शिपिंग ने भारतीय कोस्ट गार्ड के साथ मिलकर जहाज के प्रबंधकों को तत्काल बचाव सेवाएं उपलब्ध कराने के निर्देश जारी किए हैं। बचाव के साथ-साथ पर्यावरण और जान-माल के नुकसान को रोकने के लिए भी सतर्कता बरती जा रही है। समुद्र में तेल या अन्य प्रदूषित पदार्थों के फैलाव पर कड़ी नजर रखी जा रही है ताकि समुद्री जीवन और तटीय इलाकों को होने वाले खतरे को कम किया जा सके।