अहमदाबाद, गुजरात: गुजरात के अहमदाबाद शहर में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन की सख्ती जारी है। अहमदाबाद नगर निगम ने सोमवार से अतिक्रमण हटाने के दूसरे चरण की कार्रवाई शुरू कर दी है। इस चरण में लगभग 2.5 लाख वर्ग मीटर भूमि को अतिक्रमण मुक्त किया जाएगा। अभियान का नेतृत्व अहमदाबाद पुलिस और नगर निगम की संयुक्त टीमें कर रही हैं।
पहले चरण में हटाया गया था 1.5 लाख वर्ग मीटर अतिक्रमण
इससे पहले प्रशासन ने अभियान के पहले चरण में 1.5 लाख वर्ग मीटर क्षेत्र से अतिक्रमण हटाया था। उस समय भी कई अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लेकर उनके खिलाफ डिपोर्टेशन की प्रक्रिया शुरू की गई थी। प्रशासन का दावा है कि इन क्षेत्रों का उपयोग अवैध गतिविधियों के लिए भी किया जा रहा था।

चंदोला झील क्षेत्र में कार्रवाई, भारी पुलिस बल की तैनाती
नवीनतम कार्रवाई चंदोला क्षेत्र में की जा रही है, जहां अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया तेज़ कर दी गई है। लगभग 3000 पुलिसकर्मी, 25 एसआरपी कंपनियां और नगर निगम की टीमें इस काम में लगी हैं। प्रभावित क्षेत्र में दो दिनों से लाउडस्पीकर के जरिए लोगों को चेताया गया था कि वे अपने अवैध निर्माण हटाकर स्वयं स्थान खाली कर दें।
डीसीपी रवि मोहन सैनी ने बताया –
“यह पूरा क्षेत्र झील का है और इसमें जो भी निर्माण कार्य हुआ है वह पूरी तरह अवैध है। ऐसे निर्माण को हटाना हमारी जिम्मेदारी है। पहले चरण में हमने कई अवैध प्रवासियों को पकड़ा था, जिन्हें बाद में डिपोर्ट किया गया।”
#WATCH | Ahmedabad, Gujarat | Drone visuals from Chandola area as the second phase of demolition to start today in the area, in which illegal encroachment will be removed from an area of more than 2.5 lakh square meters.
— ANI (@ANI) May 20, 2025
In this regard, senior officials of the Ahmedabad… pic.twitter.com/Qd3xERP8y0
अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों का था अड्डा
चंदोला क्षेत्र में वर्षों से बिना दस्तावेजों के रहने वाले अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों की उपस्थिति को लेकर प्रशासन पहले से ही सतर्क था। पुलिस कमिश्नर जीएस मलिक के अनुसार,
“इस क्षेत्र में कई अवैध प्रवासी रहते थे। हम उनकी पहचान कर चुके हैं और अधिकतर को डिपोर्ट किया जा चुका है। कार्रवाई अगले 3-4 दिन तक जारी रहेगी।”

जनता के सहयोग से शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा अभियान
अहमदाबाद के जॉइंट कमिश्नर (क्राइम) शरद सिंघल ने बताया कि अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया के दौरान लॉ एंड ऑर्डर को नियंत्रित रखने के लिए पर्याप्त बंदोबस्त किए गए हैं। उन्होंने कहा:
“पहले चरण में हमने 1.5 लाख वर्ग मीटर भूमि को खाली कराया था। जनता का भी अच्छा सहयोग मिला और कोई बड़ी अप्रिय घटना नहीं हुई। आज से शुरू हुआ फेज-2 भी सफलतापूर्वक चल रहा है।”