नई दिल्ली: पाकिस्तान की सेना, जो दशकों से आतंकवाद को पोषित और संरक्षण देती रही है, ने एक बार फिर भारत के खिलाफ विषवमन किया है। पाकिस्तान आर्मी के प्रमुख जनरल सैयद आसिम मुनीर ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में भारत और हिंदुओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए धार्मिक विभाजन और कश्मीर मुद्दे को लेकर भड़काऊ बयानबाज़ी की।
मुनीर ने अपने भाषण में कहा कि,
“हम हर एंगल में हिंदुओं से अलग हैं। हमारे पूर्वजों ने यह तय किया था कि हम दो अलग राष्ट्र हैं। हमारी सोच, संस्कृति, रिवाज और धर्म – सब कुछ अलग है।”

इसके साथ ही उन्होंने यह दावा भी किया कि पाकिस्तान को बनाने के लिए उनके पूर्वजों ने भारी बलिदान दिए हैं, और वह इन बलिदानों को व्यर्थ नहीं जाने देंगे।
कश्मीर को बताया ‘गले की नस’
जनरल मुनीर ने कश्मीर को लेकर भी आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कहा कि,
“कश्मीर पाकिस्तान की गले की नस है, और कोई ताकत इसे पाकिस्तान से अलग नहीं कर सकती।”
इस बयान के ज़रिए पाकिस्तान ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर कश्मीर राग अलापा है, जबकि सच्चाई यह है कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और रहेगा।
भारत का करारा जवाब
पाकिस्तान सेना प्रमुख के इस बयान पर भारत सरकार ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा:
“कोई विदेशी वस्तु किसी के गले की नस में कैसे फंस सकती है? जम्मू-कश्मीर भारत का केंद्र शासित प्रदेश है। इसका पाकिस्तान से एकमात्र संबंध उस देश द्वारा अवैध रूप से कब्ज़ा किए गए क्षेत्रों को खाली करना है।”
#WATCH | On the comments by Pakistan Army chief terming Kashmir as a jugular vein, MEA Spokesperson Randhir Jaiswal says, "How can anything foreign be in a jugular vein? This is a union territory of India. Its only relationship with Pakistan is the vacation of illegally occupied… pic.twitter.com/zV9S0OnXhQ
— ANI (@ANI) April 17, 2025
यह बयान न केवल पाकिस्तान की सच्चाई को उजागर करता है, बल्कि यह भी स्पष्ट करता है कि भारत किसी भी प्रकार की अंतरराष्ट्रीय या सीमापार बयानबाज़ी को सहन नहीं करेगा।
आतंकवादियों पर भी बोले मुनीर
अपने भाषण में मुनीर ने अप्रत्यक्ष रूप से भारत पर आरोप लगाते हुए कहा कि पाकिस्तान के दुश्मन यह समझते हैं कि कुछ आतंकवादी इस देश की किस्मत बदल सकते हैं।

“1.3 मिलियन की मजबूत भारतीय सेना अगर हमें नहीं डरा सकती, तो क्या 1500 आतंकवादी पाकिस्तान की सशस्त्र सेनाओं को दबा देंगे? हम आतंकवादियों की कमर तोड़ देंगे।”
यह बयान, आतंकवादियों को लेकर पाकिस्तान की दोहरी नीति और असलियत को दर्शाता है। एक ओर पाकिस्तान आतंकी संगठनों को समर्थन देता है, वहीं दूसरी ओर जनता के समक्ष उन्हें कुचलने का दिखावा करता है।