वॉशिंगटन, अमेरिका: अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में अब महज 16 दिन शेष हैं, और इसकी तैयारियों के बीच सुरक्षा को लेकर चिंता तेज हो गई है। वॉशिंगटन में ट्रंप के शपथ ग्रहण के दिन के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है, लेकिन इस बीच अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि कई डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन नेताओं ने समारोह में भाग लेने से इनकार कर दिया है। उनके अनुसार, राष्ट्रपति की शपथ के दिन किसी बड़ी अनहोनी का खतरा हो सकता है।
नव वर्ष पर आतंकी हमलों ने बढ़ाई चिंता
नए साल के शुरुआती दिनों में न्यू ऑर्लिन्स और लास वेगास में हुए आतंकी हमलों ने अमेरिकी नेताओं के बीच डर और संदेह को और बढ़ा दिया है। न्यू ऑर्लिन्स में एक व्यक्ति ने ट्रक से 50 लोगों को रौंद डाला, जिससे 15 लोगों की मौत हो गई। वहीं, लास वेगास में ट्रंप होटल के पास स्थित एक टेस्ला साइबरट्रक में भी जबरदस्त विस्फोट हुआ। इन घटनाओं ने शपथ ग्रहण समारोह के दौरान सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई है।

टेस्ला साइबरट्रक विस्फोट और ‘डीप स्टेट’ का खतरा
लास वेगास में हुए विस्फोट में टेस्ला साइबरट्रक की मौजूदगी के कारण एक और खुलासा हुआ है, जिसने सुरक्षा एजेंसियों को चौकस कर दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, विस्फोट में मारे गए मैथ्यू लिवेल्स बर्गर ने अपनी मृत्यु से कुछ समय पहले एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें उसने ‘डीप स्टेट’ द्वारा ड्रोन के जरिए डोनाल्ड ट्रंप को निशाना बनाने की योजना का जिक्र किया था। इस चिट्ठी को एक अमेरिकी पत्रकार को भेजा गया था, और मैथ्यू की मौत के कुछ घंटों बाद यह घटनाक्रम सामने आया।
‘डीप स्टेट’ एक गुप्त नेटवर्क के रूप में जाना जाता है, जो अमेरिकी नेताओं, FBI और CIA के बीच एक मजबूत पकड़ बनाने का दावा करता है। यह नेटवर्क बड़े राजनीतिक षड्यंत्रों के संचालन में भी शामिल होने के आरोपों से जुड़ा हुआ है। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह नेटवर्क अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा को खतरे में डाल सकता है।
इलॉन मस्क के स्पेस एक्स को धमकी
वहीं, ट्रंप के शपथ ग्रहण के अलावा, इलॉन मस्क की स्पेस एक्स कंपनी के लिए भी खतरे की घंटी बजी है। हाल ही में, स्टारशिप रॉकेट को बम से उड़ाने की धमकी दी गई, जिसके बाद FBI ने जांच शुरू कर दी है। यह धमकी, जैसे-जैसे ट्रंप की शपथ का दिन पास आ रहा है, अमेरिका में और दुनियाभर में सुरक्षा चिंता को और बढ़ा रही है।
सुरक्षा तंत्र की तैयारियाँ और चिंता
इन सब घटनाओं के मद्देनजर, अमेरिकी अधिकारियों ने शपथ ग्रहण समारोह के लिए व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए हैं। राजधानी वॉशिंगटन में सुरक्षा बलों की तैनाती में तेज़ी लाई गई है, और इलाके को ‘किलेबंदी’ में तब्दील कर दिया गया है। हालांकि, नेताओं की चिंताएँ और विस्फोटों की घटनाओं ने समग्र सुरक्षा पर सवाल खड़ा कर दिया है। डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन दोनों पार्टी के नेता ट्रंप के शपथ ग्रहण में भाग लेने से बचने की कोशिश कर रहे हैं, और उनके मन में भय है कि समारोह के दौरान कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है।