पिलानी, 22 दिसम्बर 2024: राजस्थान में इन दिनों हाड़ कंपा देने वाली ठंड शुरू हो चुकी है। तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है और ठंडी हवाओं के चलते जनजीवन प्रभावित हुआ है। लोग सर्दी से बचने के लिए अलाव तापते नजर आ रहे हैं। शीतलहर के प्रकोप से इंसान तो क्या भगवान भी अछूते नहीं हैं। शेखावाटी के पिलानी में कस्बे के मुख्य बाजार स्थित प्रसिद्ध व प्राचीन श्री गोपीनाथ मन्दिर के दरबार में भगवान के लिए सर्दी को देखते हुए गर्म कपड़ों के साथ हीटर और सिगड़ी की व्यवस्था की गई है। भगवान के दरबार में गर्म कपड़ों और सिगड़ी की व्यवस्था की यह परम्परा 50 साल से भी ज्यादा समय से चली आ रही है।
इसके अलावा भगवान गोपीनाथ को सर्दियों में गर्म कपड़े भी धारण कराए जाते हैं और जब भगवान के शयन का वक्त होता है, तो उन्हें रजाई भी ओढ़ाई जाती है। पुजारी गोविन्द पाण्डे का कहना है कि यहां भगवान को भक्त वात्सल्य भाव से देखते हैं और उसी भाव से उनकी सेवा भी करते हैं, इसीलिए सर्दी में ठंड से बचाने के लिए सिगड़ी और हीटर की व्यवस्था की जाती है। सर्दी बढ़ने की वजह से भगवान को इन दिनों सुबह-सुबह गर्म पानी से ही स्नान कराया जा रहा है जिसके बाद हाथ से बनाए गए ऊनी वस्त्र पहनाए जाते हैं, साथ ही रात में कंबल और रजाई ओढ़ाई जा रही है।
यही नहीं भोग व्यवस्था में भी अब सर्दी की वजह से परिवर्तन किया गया है और मौसम के अनुकूल व्यंजन काम में लिए जा रहे हैं। भोग में तिल्लपट्टी, गजक और राजभोग में बाजरे की खिचड़ी, जलेबी, गाजर का हलवा और केसरिया दूध आदि गर्म तासीर वाले व्यंजन परोसे जा रहे हैं। इत्र भी सर्दी के अनुसार, हिना और केसर का ही लगाया जा रहा है।