गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों को लेकर राजनीतिक सरगर्मियाँ तेज हो गई हैं। सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए पूरी तैयारी कर ली है, वहीं समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने हालिया बयानों से बीजेपी के लिए नई चुनौतियाँ खड़ी कर दी हैं। अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए गाजियाबाद सीट पर जीत का दावा किया और कहा कि अयोध्या में उनकी पार्टी की सफलता से बीजेपी को कड़ी टक्कर दी जा सकती है।
अयोध्या की जीत ने दिलाया आत्मविश्वास, गाजियाबाद में भी जीत की उम्मीद – अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने अपने पोस्ट में लिखा, “लोकसभा चुनावों के उत्साहवर्धक परिणामों के बाद इंडिया गठबंधन व समाजवादी पार्टी को गाजियाबाद में अपने संगठन की ताकत दिखाने का एक सुनहरा मौका मिला है। अयोध्या की जीत ने साबित कर दिया है कि कुछ भी असंभव नहीं है।” यादव के इस बयान को गाजियाबाद उपचुनाव के लिए एक चुनौतीपूर्ण घोषणा माना जा रहा है, जिसमें उन्होंने बीजेपी के मजबूत शहरी गढ़ में सेंध लगाने का इरादा जाहिर किया है।
बिल्डिंग-टॉवर वाले भी बीजेपी के खिलाफ वोट डालने को तैयार
अखिलेश यादव ने किसानों, युवाओं, महिलाओं और व्यापारियों की समस्याओं को केंद्र में रखते हुए बीजेपी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि गाजियाबाद के लोग, चाहे वो ऊँची-ऊँची बिल्डिंगों में रहते हों या ई-रिक्शा चलाते हों, इस बार भाजपा के खिलाफ वोट डालने को तैयार हैं। यादव ने बीजेपी के शासनकाल में बढ़ती महँगाई, बेरोजगारी, और भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाते हुए कहा कि लोग इन सब समस्याओं से परेशान हैं और बदलाव के लिए मतदान करेंगे। उन्होंने लिखा, “इस बार सिर्फ गली-मोहल्लेवाले ही नहीं, बिल्डिंग-टॉवर वाले भी भाजपा के खिलाफ वोट डालने जा रहे हैं।”
गाजियाबाद में सपा की रणनीति: दलित प्रत्याशी के जरिए जीत का दांव
समाजवादी पार्टी ने अयोध्या की तर्ज पर गाजियाबाद में भी दलित प्रत्याशी को मैदान में उतारकर मुकाबला रोमांचक बना दिया है। अयोध्या में सपा ने इसी रणनीति से सीट जीती थी और अब गाजियाबाद में भी वही दांव खेला जा रहा है। बीजेपी ने इस सीट पर ब्राह्मण समुदाय के संजीव शर्मा को टिकट दिया है, जिससे मुकाबला और भी दिलचस्प हो गया है। आगामी 20 नवंबर को उपचुनाव के लिए मतदान होगा, जिसमें दोनों पार्टियों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है।
संविधान, लोकतंत्र और आरक्षण की रक्षा के लिए हो रहा यह चुनाव: अखिलेश
अखिलेश यादव ने अपने पोस्ट में गाजियाबाद चुनाव को भारतीय लोकतंत्र, संविधान, और आरक्षण की सुरक्षा का चुनाव बताया। उन्होंने लिखा, “यह चुनाव भाजपा राज में ख़तरे में पड़े संविधान, लोकतंत्र, और आरक्षण की रक्षा का चुनाव है। इंडिया गठबंधन का हर एक कार्यकर्ता जानता है कि गाजियाबाद जीत का नया इतिहास लिखने जा रहा है।” अखिलेश के अनुसार, इस चुनाव में इंडिया गठबंधन के कार्यकर्ता अपने बूथों पर 100% जीत सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत हैं।
कड़ी मेहनत और सतर्कता की अपील
सपा सांसद ने पार्टी कार्यकर्ताओं को कड़ी मेहनत और सतर्कता के साथ चुनाव में भाग लेने की अपील की। उन्होंने लिखा, “हमारे सभी कार्यकर्ताओं से अपील है कि मतदान भी, सावधान भी! जब तक जीत का प्रमाण नहीं, तब तक विश्राम नहीं।” यादव के इस बयान को उनकी पार्टी की गहरी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसमें उन्होंने प्रत्येक कार्यकर्ता को संगठित और सावधान रहने की सलाह दी है।